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विश्व इमरजेंसी मेडिसिन दिवस: हिमालयन अस्पताल में सेमिनार आयोजित

World Emergency Medicine Day: Seminar organized at Himalayan Hospital

 

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में सोमवार को ‘विश्व इमरजेंसी मेडिसिन दिवस’ के उपलक्ष्य में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में वक्ताओं ने जलवायु परिवर्तन को स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करते हुए कहा कि यह मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है।

जलवायु परिवर्तन: स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा

इमरजेंसी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. रेश्मा कौशिक ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण लगातार बढ़ रही मौसम की घटनाएं, खाद्य प्रणालियों में व्यवधान, जल और वेक्टर जनित बीमारियों में वृद्धि और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं लोगों के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि यह समय आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने और जलवायु परिवर्तन के स्वास्थ्य प्रभावों से निपटने के लिए तैयार रहने का है।

सेमिनार में हुई क्विज प्रतियोगिता

इस अवसर पर आयोजित क्विज प्रतियोगिता में मेडिकल के 45 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। मार्टिन एंड टीम ने प्रतियोगिता जीती। कार्यक्रम में डॉ. मुक्ता सिंह, डॉ. रूबी कटारिया, डॉ. कोमल ठाकुर और डॉ. हिमांशी वैद्य भी उपस्थित रहीं।

इमरजेंसी मेडिसिन दिवस का महत्व

उपमुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. डीसी जोशी ने बताया कि ‘इमरजेंसी मेडिसिन दिवस’ की शुरुआत 2019 में यूरोपियन सोसाइटी फॉर इमरजेंसी मेडिसिन द्वारा की गई थी।

इस दिवस का लक्ष्य आपातकालीन चिकित्सा की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

 

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