देहरादून : स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट में हिंदी दिवस पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई।
छात्र-छात्राओं ने निबंध, काव्य व वाद-विवाद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया.
समारोह में वक्ताओं ने कहा कि हिंदी मातृ भाषा है, मात्र एक भाषा नहीं.
एसआरएचयू के के नर्सिंग, मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग, बायो साइंसेज, योगा साइंसेज, मेडिकल कॉलेज सहित समस्त कॉलेज में हिंदी दिवस पर गतिविधियां आयोजित की गई।
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हिन्दी भारतीय संस्कृति के प्रसार का एक महत्वपूर्ण माध्यम : डॉ.विजय धस्माना
कुलाधिपति डॉ.विजय धस्माना ने अपने संदेश में कहा कि हिन्दी वर्षों से न केवल भारतीय संस्कृति के प्रसार का एक महत्वपूर्ण माध्यम रही है, बल्कि हिन्दी ने संस्कृतियों के आदान-प्रदान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हिन्दी राष्ट्रभाषा के बाद विश्वभाषा का रूप भी धारण कर रही है।
हिमालयन स्कूल ऑफ योगा साइंसेज (एचएसवाईएस) में आयोजित कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ.अजय दुबे, डॉ.राम नारायण मिश्र, डॉ,सोमलता झा ने संयुक्त रुप से छात्र-छात्राओं से राष्ट्रभाषा हिंदी को सम्मान देने का आह्वान किया।
वहीं, हिमालयन स्कूल ऑफ बायो साइंसेज (एचएसबीएस) के प्राचार्य डॉ.संजय गुप्ता ने कहा कि हिन्दी का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ दोंनों बहुत ही महत्वपूर्ण है।
हिमालयन कॉलेज ऑफ नर्सिंग सहित मैनेजमेंट व इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं ने नाटिका, भाषण, कविता उच्चारण व निबंध व वाद-विवाद गतिविधि के जरिये हिंदी की उपलब्धियों व चुनौतियों को सामने रखा।