डोईवाला चौक पर 5 लाख की चोरी का खुलासा,”टप्पेबाज गैंग” का सदस्य गिरफ्तार

डोईवाला चौक पर रिटायर्ड शिक्षक लाखन सिंह सचान के 5 लाख रुपये चोरी के मामले में देहरादून के एसएसपी के द्वारा खुलासा किया गया है इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
> पश्चिम बंगाल से किया आरोपी टप्पेबाज गिरफ्तार
> पूजा के लिए दुर्गा मंदिर पहुंचे टप्पेबाज को दबोचा
> आरोपी टप्पेबाज को 500 मीटर दौड़कर पकड़ा
> रिटायर्ड टीचर लाखन सिंह सचान से हुई थी चोरी
> सड़क पर 10 के नोट बिखेरकर दिया था झांसा
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून :
12 सितम्बर को हुई थी चोरी
नवज्योति विहार डोईवाला में रहने वाले लाखन सिहं सचान SBI बैंक डोईवाला से 05 लाख रू0 निकालकर अपने घर जा रहे थे।
रास्ते मे उन्होने पैसों से भरा हुआ हैण्डबैग डोईवाला चौक के पास अपने परिचित व्यक्ति की ठेली के पास रखा और चाय पीने लग गये। थोडी देर में जब वह वापस जाने लगे तो पता चला कि कोई अज्ञात व्यक्ति उनका पैसे से भरा बैग उठाकर ले गया है.
सड़क पर बिखरे थे 10-10 रुपये के नोट
जब लाखन सिंह बैंक से पैसे लेकर अपने परिचित की ठेली के पास आये तो ठेली के पास जमीन पर 10-10 रू0 के कई नोट बिखरे पडे थे
किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा उन्हे बताया कि शायद आपके पैसे जमीन पर पडे हैं।वह उनकी बातों में आकर जमीन पर बिखरे नोटो की तऱफ गये, इसी दौरान मौके का फायदा उठाकर एक अन्य अज्ञात व्यक्ति ठेली पर रखा उनका पैसो से भरा बैग लेकर चला गया.
टप्पेबाजों का पुलिस को चकमा देने का प्लान
5 लाख की चोरी के बाद ये टप्पेबाज अलग-अलग वाहनों से देहरादून की ओर चले गये थे।इन्होने रास्ते में अलग-अलग उतरकर कुछ लोग पैदल चलकर व कुछ ऑटोरिक्शा से देहरादून के रास्ते मे पडने वाले एक निजी अस्पताल में अपने आप को किसी मरीज का तिमारदार बताकर वेटिंग एरिया में करीब 03 घण्टे रुके रहे,
ताकि अगर पुलिस कहीं रास्ते में चैकिंग करे तो वह पुलिस के हाथ ना आयें।
अस्पताल में अपनी पहचान छिपाने के लिये उनके द्वारा आपस में एक-दूसरे से कोई बात नही की गयी।इसके बाद इन्होने अपनी पहचान छिपाने के लिये अपने कपडे बदल कर अलग-अलग रास्तों से रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन चले गये।
टप्पेबाजों की शातिर खोपड़ी
पुलिस द्वारा सीसीटीवी के माध्यम से अपराधियों के जूते व चप्पलों से पहचान करते हुये उनका पीछा दिल्ली रेलवे स्टेशन व बस अड्डे तक किया।
अपराधी अत्यन्त शातिर थे तथा उनके द्वारा आपराधिक घटना से पूर्व या बाद में किसी भी मोबाईल फोन का प्रयोग नहीं किया गया।
कैमरों के अवलोकन से यह बात भी स्पष्ट हुयी कि अपराधी दिल्ली से हरिद्वार व हरिद्वार से देहरादून से आये थे।
उसके बाद यह लोग घूमते-फिरते अपराध करने डोईवाला तक आये, वहीं बैंक में काफी देर तक अलग-अलग होकर हाथों में विड्रोल फार्म आदि लेकर घूमते रहे, जब उन्होनें वादी को बडी मात्रा में कैश निकालते देखा तो उसके पीछे चल दिये। रास्ते में मौका देखकर वादी को सडक पर पडे नोटों की बात बताकर व झांसा देकर उसका ध्यान भटकाकर टप्पेबाजी की यह घटना की।
पुलिस पहुंची टप्पेबाजों के गांव
रास्ते चैक करते हुये पुलिस पहाड़गंज दिल्ली पहुंची, जहां उन्होने करीब 350 CCTV कैमरे चैक किये और 100 से भी अधिक होटल चैक किये गये।
इसी दौरान एक होटल में एक टप्पेबाज का फर्जी आधार कार्ड मिला जो हरिद्वार के होटल में अपनी पहचान के लिये उसके द्वारा दिया गया था।
पुलिस टीमों द्वारा अत्यन्त धैर्य और लगन से इनके बारे में जानकारी जुटाई तो टप्पेबाजों का दिल्ली से जलपाईगुडी पश्चिम बंगाल जाना ज्ञात हुआ।
पुलिस टीम द्वारा जलपाईगुडी पश्चिम बंगाल पहुंचकर स्थानीय लोगों एंव पुलिस मुखबिरों को संदिग्ध व्यक्तियों की फोटोग्राफ दिखायी गयी तो ज्ञात हुआ कि जलपाईगुडी से करीब 40 किमी0 आगे फाटापुकुर नाम की जगह मे टप्पेबाजी करने वाले कुछ अपराधी रहते हैं, जो पूरे देश मे अलग- अलग स्थानों में घूम-घूमकर टप्पेबाजी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
टप्पेबाजों का “गवाला गैंग”
पुलिस टीम द्वारा फाटापुकुर पहुंचकर वहां के कैमरों को भी चैक किया गया, साथ ही स्थानीय मुखबिरो से जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि इस प्रकार की घटनाये करने वाले शातिर अपराधियों का एक गैंग है, जिसे *गवाला गैंग* के नाम से जाना जाता है।
यह फाटापुकुर झांझीपुरा थाना राजगंज जिला जलपाईगुडी पं0बंगाल में रहते हैं ।
पुलिसकर्मी की हत्या कर चुका टप्पेबाज गैंग
यह गैंग कभी भी पुलिस के हत्थे नही चढा है।
पूर्व में भी एक अन्य प्रदेश की पुलिस टीम कुछ अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु फाटापुकुर आई थी, जिनके साथ इस गैंग के लोगों एवं उनके परिवार वालों द्वारा मारपीट कर एक पुलिस कर्मी की हत्या भी कर दी थी।
पुलिस टीम को ज्ञात हुआ कि वर्तमान में प0 बंगाल में दुर्गा पूजा चल रही है, इस गैंग के कुछ सदस्य पूजा करने फाटापुकुर आ सकते हैं। उक्त शातिर अपराधियों के घर पर दबिश देना पुलिस के लिये एक चुनौतीपूर्ण काम था तथा स्थानीय पुलिस भी ऐसे अपराधियो के घर पर दबिश देने मे डर रही थी।
दशहरे को मंदिर आया टप्पेबाज
पुलिस टीम द्वारा फाटापुकुर इलाके के बाहर मुख्य मार्ग पर 02 मन्दिर चिन्हित किये गये व दिन-रात मन्दिर के बाहर अभियुक्तों के आने का इन्तजार करते रहे।
5 अक्टूबर को दशहरे वाले दिन एक टप्पेबाज आरोपी घर से बाहर निकलकर दुर्गा मन्दिर पर पहुंचा, जिसे देखकर स्थानीय मुखबिर द्वारा बताया यह संदिग्ध है जो आपकी घटना मे शामिल हो सकता है।
पुलिस टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्ति का हुलिया पूर्व मे CCTV कैमरो से बरामद फोटोग्राफ से मिलान किया गया तो उक्त व्यक्ति के घटना मे शामिल होने की पुष्टि हुई।
उक्त संदिग्ध के शातिर अपराधी होने के कारण पुलिस टीम पर शक करते हुये उसने वापस लौटकर भागना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस टीम द्वारा बिना डरे व निर्भिक होकर अभियुक्त का पीछा करते हुये करीब 500 मीटर दौड कर आरोपी टप्पेबाज को पकड लिया।
नाम पता गिरफ्तार अभियुक्त:-
1- मंजीत गवाला पुत्र अजीत गवाला निवासी फाटापुकुर झांझीपुरा जिला जलपाईगुडी, पश्चिम बंगाल उम्र-30 वर्ष।
नाम पता वांछित अभियुक्त :-
1- रवि गवाला पुत्र सदानन्द गवाला निवासी फाटापुकुर झांझीपुरा जिला जलपाईगुडी, पश्चिम बंगाल उम्र-45 वर्ष
2- जॉनी निवासी फाटापुकुर झांझीपुरा जिला जलपाईगुडी, पश्चिम बंगाल
3- विक्की निवासी उपरोक्त
4- सुन्दर निवासी उपरोक्त
5 – शिवा निवासी उपरोक्त
6- वीरु निवासी बिहार
बरामदगी का विवरण :-
01 लाख रु0 नगद (घटना में चोरी किये गए)