4 करोड़ “शिवभक्तों” के आने की उम्मीद,कांवड़ यात्रा को उत्तराखंड पुलिस ने कसी कमर
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने 17 वीं अन्तर्राज्यीय व अन्तरइकाई समन्वय बैठक 17th Inter State & Inter Agencies Co-ordination Meeting का आयोजन पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में किया गया.
जिसमें उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल, आसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष एवं ऑनलाइन प्रतिभाग किया.
> कोरोना काल के बाद “कांवड़ यात्रा” में भारी भीड़ की उम्मीद
> लाठी-डन्डे,नुकीले भाले इत्यादि वाले कांवड़ियों पर प्रतिबन्ध
> 14 से 26 जुलाई को होने जा रही है “कांवड़ यात्रा”
> 4 करोड़ कांवड़ यात्रियों के उत्तराखंड आने की उम्मीद
> कांवड़ क्षेत्र 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सैक्टर में विभक्त
> लगभग 10000 पुलिसकर्मी देंगें कांवड़ यात्रा में ड्यूटी
> ड्रोन,सीसीटीवी व सोशल मीडिया मॉनिटरिंग पर जोर
> 7 फीट से अधिक ऊँची कांवड़ ने बनाने को जागरूक
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Rajnish Pratap Singh ‘Tez’
देहरादून :
क्या कहा पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने
डीजीपी अशोक कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि दिनांक 14 से 26 जुलाई तक कांवड़ यात्रा है कांवड़ एक बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन है हम सभी को इसकी चुनौतियों का पता है.
कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित थी। इस बार काफी अधिक संख्या में शिवभक्तों के आने की संभावना है.
इस बैठक का उद्देश्य उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, पंजाब, राजस्थान व अन्य एजेन्सियों के पारस्परिक सहयोग से कांवड़ यात्रा को सकुशल व शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराना है.
उन्होंने अधिकारियों से अभी से कांवड़ यात्रा हेतु पुलिस प्रबन्ध किये जाने की तैयारियों में लगने की अपेक्षा की, ताकि कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी समस्या का सामना ना करना पड़े।
इस वर्ष सम्पूर्ण कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सैक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें लगभग 9-10 हजार कर्मी पुलिस व्यवस्था में लगेंगे। सुरक्षा व्यवस्था हेतु ड्रोन, सीसीटीवी का इस्तमाल और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को बढ़ाया जाएगा। साथ ही शिवभक्तों से सोशल मीडिया के माध्यम से अपील की जायेगी की कांवड़ यात्रा को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें.
श्री अशोक कुमार ने कहा कि सीमावर्ती प्रदेशों से अपेक्षा की जाती है कि कांवड़ यात्रा के मार्गों का अपने-अपने जनपदों में व्यापक प्रचार-प्रसार करें। साथ ही कांवड़ यात्रा के दौरान चारधाम/मसूरी एवं देहरादून आने वाले यात्रियों को लिए हरिद्वार से हटकर तैयार किये गये अलग रुट का भी प्रचार-प्रसार किया जाये। घटनाओं एवं तत्काल सूचनाओं के आदान-प्रदान करने हेतु सीमावर्ती जनपदों के जनपद, सर्किल, थाना एवं चौकी स्तर पर संयुक्त व्हट्सएप ग्रुप बना लिए जाएं.
बैठक में निम्न बिन्दुओं पर भी विचार विमर्श किया गयाः-
1. हरिद्वार से दिल्ली/मेरठ वापस जाने हेतु कांवड़ियों हेतु हाईवे के बाएं ओर को उपयोग करने का निर्णय लिया गया। साथ ही इस दौरान लगने वाले शिविर एवं भण्डारे हाईवे के बाएं ओर ही मुख्य मार्ग से 15 फीट दूर लगाने हेतु अनुमित प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
2. कांवड़ यात्रा के दौरान कांवडियों को अपना परिचय पत्र साथ रखने, सात फीट से उंची कांवड न बनाये जाने, रेल की छतों पर यात्रा ना करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। साथ ही शराब एवं मादक पदार्थों के सेवन न करने के सम्बन्ध में कांवड़ियों को जागरुक किया जाये।
3. यह प्रयास किया जाए कि कांवडिये जिस स्थान से आ रहे हैं वहां के सम्बन्धित थाने में यात्रा हेतु जाने वाले कुल कांवडियों की संख्या, गाड़ी नम्बर, मोबाईल नम्बर व ग्रुप-लीडर का नाम व मोबाईल नम्बर की सूचना दें जिससे उनपर नजर रखी जा सके।
4. डीजे एवं शिविरों पर बजने वाले गानों की मॉनिटरिंग की जाए। कांवड़ियों से अपील की जाए कि कोई ऐसा गीत न बजाएं जिससे किसी की धार्मिक भावनाएं आहत हों।
5. अन्तर्राज्यीय बैरियरों/चौक पोस्ट- चिड़ियापूर बैरियर, नारसन चौक पोस्ट, लखनौता चौक पोस्ट, काली नदी बैरियर एवं गौवर्धन चौक पोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चौकिंग।
6. बेहतर समन्वय हेतु कांवड़ यात्रा हेतु नियुक्त उत्तरप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल के नोडल अधिकारी हरिद्वार स्थित कन्ट्रोल रूम में बैठेंगे।
7. सम्पूर्ण कांवड़ यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैम्प और एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया।
4 करोड़ कांवड़ियों के आने की उम्मीद : एसएसपी हरिद्वार
बैठक में सर्वप्रथम योगेन्द्र सिंह रावत- पुलिस उप महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार ने कांवड़ मेले के दौरान किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात प्रबन्धन, भीड़ नियन्त्रण, यात्रा रूट पर किये जाने वाले पुलिस प्रबन्ध, लाठी डन्डे, नुकीले भाले व अन्य हथियार लेकर चलने वाले कांवड़ियों पर प्रतिबन्ध, कावड़ यात्रा के दौरान विगत वर्षाे में होने वाली दुर्घटनाओं व पार्किंग आदि के बारे में प्रस्तुतिकरण किया.
उन्होंने बताया की विगत 15-20 वर्षों से प्रत्येक वर्ष कांवड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है वर्ष 2019 में 3 करोड़ कांवड़िये आये थे जो अब बढ़कर वर्ष 2022 में लगभग 4 करोड़ कांवड़ियों के आने की सम्भावना है, उन्होंने कांवड़ यात्रा की व्यवस्था में लगे सभी नोडल अधिकारियों का व्हाटस अप ग्रुप बनाने, अन्तर्राज्यीय बैरियरों पर संयुक्त पुलिस चैकिंग करने, कांवड़ियों के उद्गम स्थल पर ही डी0जे0, लाठी डन्डे नियंत्रित करने, सोशल मीडिया पर भेजे जाने वाले संदेशों की निगरानी रखने आदि के सम्बन्ध में सभी अधिकारियों से सहयोग की अपील की.
उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण कांवड़ मेला क्षेत्र सीसीटीवी से कवर है, जिसमें Public Address System भी लगे हैं। कांवड़ यात्रा में जनता का सहयोग प्राप्त किये जाने हेतु कांवड़ समितियों एवं स्पेशल पुलिस अधिकारियों का गठन किया जा रहा है। फिसलन वाले घाटों पर जल पुलिस की तैनाती सहित थाना स्तर पर सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है.
इन 2 एक्सप्रेसवे से आयेगा ट्रैफिक में बदलाव
राजीव सभरवाल- अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, मेरठ जोन उत्तर प्रदेश ने अपने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से भीड़ और यातायात प्रबन्धन पर प्रस्तुतिकरण दिया गया.
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 के बाद उत्तर भारत में नया इंफ्रास्ट्रक्चर के अन्तर्गत Eastern Peripheral Expressway और Delhi-Meerut Expressway का निर्माण हुआ है, जिससे भीड़ एवं यातायात प्रबन्धन में भी बदलाव आएगा.
इसलिए कांवड़ यात्रा के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन प्लान पारम्परिक यात्रा मार्ग और नए यात्रा मार्ग को देखते हुए बनाया जाए। प्रमुख चौराहों एवं कांवड़ यात्रा मार्गों पर साइन बोर्ड लगाए जाएं। डीजे एवं शिवरों में बजने वाले गानों की भी मॉनिटरिंग की जाए.
सम्पूर्ण यात्रा रूट पर Public Address System से व्यवस्था बनाए रखने सम्बन्धी संदेश प्रसारित किये जाए उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश-उत्तराखण्ड के सीमावर्ती प्रवेश बिन्दुओं पर सीसीटीवी की व्यवस्था की जा रही है, जिसकी फीड हरिद्वार स्थित कन्ट्रोल रूम से भी शेयर की जाएगी शरारती तत्वों एवं अनावश्यक रूप से उपद्रव करने वाले कारकों को रोकने में एक दूसरे का पूरा सहयोग किया जाएगा और संयुक्त अभिसूचना तंत्र विकसित कर लाभप्रद सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा.
नॉन-वेज और शराब की दुकान न हो
बैठक में ऑनलाइन प्रतिभाग कर रहे प्रशांत कुमार- अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तर प्रदेश ने परस्परिक समन्वय हेतु सीमवर्ती जनपदों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाये जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर नॉन वेज एवं शराब की दुकानें न हो.