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इजराइल से सीखें वाटर मैनेजमेंट,एचआईएचटी के ट्रेनिंग में बोले पूर्व आईएफएस गंभीर सिंह

एचआईएचटी में पब्लिक हेल्थ इंजीनयर्स की ट्रेनिंग आयोजित
-उत्तराखंड जल संस्थान व पेयजल निगम के 31 पब्लिक हेल्थ इंजीनियर को किया जा रहा प्रशिक्षित
-केआरसी-जल जीवन मिशन के तहत पांच दिवसीय दी जा रही है ट्रेनिंग
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रजनीश प्रताप सिंह

देहरादून : स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट की प्रयोजित संस्था हिमालयन इंस्टिट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट (एचआईएचटी) की ओर से जल जीवन मिशन के तहत 30 पब्लिक हेल्थ इंजीनियर को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

नर्सिग ऑडिटोरियम में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुये मुख्य अतिथि सेवानिवृत आईएफएस गंभीर सिंह ने कहा कि पेयजल से मानव का अस्तित्व शुरू होता है।

बिना स्वच्छ पेयजल एक स्वस्थ देश व समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है। ह्यूमन इंडेक्स में स्वास्थ्य सबसे ऊपर है और इसमें भी पहले जल है।

उन्होंने प्रतिभागी इंजीनियरों को बताया कि अन्य विकसित देशों की अपेक्षा हम और अधिक स्वच्छ जल के मानकों की पूर्ति करने में काफी पीछे है। कहा कि 85 प्रतिशत बीमारी पानी की अशुद्ध् पानी पीने से होती है।

उतराखण्ड एक पहाडी प्रदेश है जिसमें मैदानी क्षेत्र में रहने वाले लोगों की संख्या अधिक है। पहाडो में पानी की उपलब्धता तो है लेकिन बह कर नीचे आ जाता है।

जिसके और अधिक इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के माध्यम से पानी को पहाड़ में ही स्टोर करने पर काम करने की जरूरत है।

उन्होंने इजरायल देश का उदाहरण देते हुये कहा कि इजरायल एक ऐसा देश है जहां बारिश बहुत कम होती है। पानी की कमी है।

फिर भी उन्होंने इनोवेटिव टेक्नॉलाजी की इस्तेमाल कर अपनी जरूरत के हिसाब के हर तरह की फसल का उत्पादन किया जा रहा है।

उन्होंने प्रतिभागियों से आह्वान किया वह ज्यादा से ज्यादा सीखे और उसे व्यवहार में लाये। प्रशिक्षक एचपी उनयिाल ने कहा कि स्वच्छ पेयजल हर नागरिक का अधिकार है।

इसके लिए हमारे इंजीनियर्स दिन रात कार्य भी कर है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि वह खुद से व जनसहभागिता के माध्यम से कुछ नया करने का प्रयास करें।

साथ ही यहां प्रशिक्षण कार्यक्रम में जो भी सीखें उसे धरातल पर क्रियान्वित करें। एचआईएचटी में वाटर एंड सैनिटेशन (वाटसन) विभाग के इंचार्ज नितेश कौशिक ने बताया की केआरसी (की रिसोर्स सेंटर) के रुप में एचआईएचटी में गढ़वाल मंडल के उत्तराखंड जल संस्थान व पेयजल निगम के 30 पब्लिक हेल्थ इंजीनियर को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

7 दिसम्बर से ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है, जिसका समापन 11 दिसम्बर को होगा।

पांच दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर में उन्हें ‘हर घर जल’ योजना के तहत नियोजन, संचालन व रखरखाव की बारीकी से जानकारी दी जा रही है। कार्यक्रम का संचालन विवेक आनंद ने किया

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