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LUCC धोखाधड़ी मामले में डोईवाला विधायक को पीड़ितों ने सौंपा ज्ञापन,आगामी चुनावों पर असर की चेतावनी

Victims submitted memorandum to Doiwala MLA in LUCC fraud case, warning of impact on upcoming elections

  • LUCC सोसाइटी धोखाधड़ी: डोईवाला विधायक को पीड़ितों ने ज्ञापन सौंपा
  • करोड़ों रुपये फँसे: 2019 से सोसाइटी बंद, हजारों निवेशक प्रभावित
  • बोर्ड सदस्यों पर कार्रवाई की मांग: पीड़ितों ने कई बड़े नाम गिनाए
  • आर्थिक-मानसिक परेशानी: कई परिवारों का जीवनयापन हुआ मुश्किल
  • आगामी चुनावों पर असर: ‘लाखों’ वोटरों के प्रभावित होने का दावा

देहरादून,3 जुलाई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : LUCC (Loni Urban Multi-State Credit & Thrift Co-operative Society) लोनी अर्बन मल्टी-स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसाइटी (LUCC) में अपनी गाढ़ी कमाई गंवाने वाले निवेशकों और एजेंटों ने आज डोईवाला के विधायक बृज भूषण गैरोला को एक ज्ञापन सौंपा है.

पीड़ितों ने अपनी जमा राशि की वापसी और इस बड़े वित्तीय फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

इस मामले को लेकर पीड़ितों ने आगामी ग्राम पंचायत और 2027 के विधानसभा चुनावों पर इसके ‘असर’ की भी चेतावनी दी है.

करोड़ों की धोखाधड़ी: बंद पड़ी सोसाइटी, फँसा निवेशकों का पैसा

ज्ञापन में बताया गया है कि बड़ी संख्या में महिला और पुरुष निवेशक LUCC सोसाइटी में निवेशक और एजेंट के रूप में कार्यरत थे.

यह सोसाइटी भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय में पंजीकृत थी और बैंकिंग सेवाओं का संचालन कर रही थी.

हालांकि, 28 अक्टूबर, 2019 से सोसाइटी का समस्त कार्य ठप्प पड़ा है, जिससे निवेशकों की करोड़ों की जमा राशि फँस गई है.

पीड़ितों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि उन्होंने निवेशकों से पैसे जमा कराए थे, जिसके बदले में सोसाइटी बॉन्ड और पासबुक जारी करती थी.

अब सोसाइटी का काम बंद होने के कारण निवेशक उनसे अपने पैसे वापस मांग रहे हैं, जिससे उन्हें न केवल आर्थिक, बल्कि मानसिक परेशानी और धमकियों का भी सामना करना पड़ रहा है.

कई पीड़ितों के अनुसार, इस धोखाधड़ी ने उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और परिवार के भरण-पोषण पर भी गंभीर संकट खड़ा कर दिया है.

पीड़ितों ने केंद्रीय स्तर पर भी की शिकायत:

इस मामले को लेकर पीड़ितों ने पहले ही केंद्रीय रजिस्ट्रार सहकारी समिति और भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय को अवगत करा दिया है.

इन पर कार्रवाई की मांग

पीड़ितों ने द लोनी अर्बन मल्टी-स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसाइटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और उच्च प्रबंधन में शामिल निम्नलिखित व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है:

श्री उत्तमसिंह राजपूत (कोर टीम मेंबर)

श्रीमती माया राजपूत (पत्नी उत्तम सिंह राजपूत)

श्री शबाब हुसैन (कंपनी कलर)

श्री श्रेयस तलपड़े (मार्केटिंग डायरेक्टर)

श्री आलोक नाथ (ब्रांड एंबेसडर, प्रमोटर)

श्री संजय मोदगिल (कंपनी ट्रेनर)

डॉ. आर.के. सेठी (फंड मैनेजर)

श्री समीर अग्रवाल (सी.एम.डी.)

श्री गिरीश चंद्र बिष्ट (उत्तराखंड प्रचलन)

श्रीमती उर्मिला बिष्ट (उत्तराखंड उद्घाटन करने वाली)

प्रकाश भंडारी (अन्य नगरों में उद्घाटन करने वाले)

मंगला नेगी

हिमांशू शर्मा

शुभम ममगई

आगामी चुनावों पर पड़ सकता है असर

ज्ञापन के अंत में ठगी के शिकार पीड़ितों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ और उन्हें उनकी जमा राशि वापस नहीं मिली, तो इसका आगामी ग्राम पंचायत चुनाव और मुख्य 2027 के विधानसभा चुनाव में मतदान पर गंभीर असर देखने को मिलेगा.

पीड़ितों का दावा है कि इस मामले से एक लाख से अधिक जनता प्रभावित है, जिसका सीधा प्रभाव चुनावी परिणामों पर पड़ सकता है.

यह मामला हजारों निवेशकों की मेहनत की कमाई से जुड़ा है और अब यह राजनीतिक रूप भी ले रहा है, जिससे आगामी चुनावों के समीकरणों पर असर पड़ने की संभावना है.

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