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( PRIYANKA SAINI )
देहरादून : विश्वविख्यात पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा का उपचार के दौरान ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया है।
वह 94 वर्ष के थे।
उनके निधन पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और पर्यावरणविद पदम श्री एम सी मेहता ,पर्यावरण प्रेमियों ने अपना शोक व्यक्त किया है।
कोविड उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश में भर्ती पर्यावरणविद् सुन्दरलाल बहुगुणा की स्थिति स्थिर बनी हुई थी।
उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 86 प्रतिशत पर था।
पर्यावरणविद् सुन्दरलाल बहुगुणा का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में उपचार चल रहा था । वह डायबिटीज के पेशेंट थे और उन्हें कोविड निमोनिया था।
विभिन्न रोगों से ग्रसित होने के कारण वह पिछले कई वर्षों से नियमिततौर पर दवाइयों का सेवन कर रहे थे।
94 वर्षीय बहुगुणा को कोरोना संक्रमित होने के बाद बीती 8 मई को एम्स में भर्ती किया गया था।
क्या कहा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने :-
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद् और पद्मविभूषण श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “चिपको आंदोलन” को जन जन का आंदोलन बनाने वाले श्री सुंदरलाल बहुगुणा जी का निधन न केवल उत्तराखण्ड और भारतवर्ष बल्कि समस्त विश्व के लिये अपूरणीय क्षति है।
सामाजिक सराकारों व पर्यावरण के क्षेत्र में आई इस रिक्तता को कभी नहीं भरा जा सकेगा।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें, और शोकाकुल परिजनों को धैर्य व दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।
श्री सुंदरलाल बहुगुणा के निधन पर विख्यात पर्यावरणविद रेमन मैग्सेसे अवार्ड से सम्मानित एम सी मेहता ने कहा है कि श्री बहुगुणा का निधन पर्यावरण प्रेमियों के लिए बेहद कष्ट और शोक का विषय है।