ग्राम्य विकास संस्थान जौलीग्रांट ने आशा वर्करों को प्रदान किए सर्टिफिकेट
छठे बैच में 22 प्रतिभागी हुए उत्तीर्ण।

>22 प्रतिभागिकयों को प्रदान किया गया आशा सर्टिफिकेट कोर्स
>अब तक कुछ छह बैच में 136 को प्रदान किया जा चुका आशा सर्टिफिकेट
देहरादून :( रजनीश प्रताप सिंह तेज़ ) हिमालयन इंस्टिट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट (एचआईएचटी) जौलीग्रांट के ग्राम्य विकास संस्थान (आरडीआई) की ओर से आशा सर्टिफिकेट कोर्स में उत्तीर्ण प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए।
छठे बैच में 22 प्रतिभागी हुए उत्तीर्ण।
ग्राम्य विकास संस्थान में वर्ष 2023 में शुरू किए आशा सर्टिफिकेट कोर्स के छठे बैच में 22 प्रतिभागी उत्तीर्ण हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) के कुलपति डॉ.राजेंद्र डोभाल व हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एचआईएमएस) के प्रधानाचार्य डॉ.अशोक देवराड़ी ने संयुक्त रुप से उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किए।
समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ.डोभाल ने कहा कि आज के समय में भी सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि वह आज से 20 वर्ष पूर्व थी।
समाज में दूरस्थ गाँवों में आज भी स्वास्थ्य कार्यकर्ता की उपलब्धता एक चिकित्सक की तरह बनी हुई है।
प्रधानाचार्य डॉ. अशोक देवराड़ी ने सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि लोगों के स्वास्थ्य शिक्षा देना तथा समय पर अस्पतालों में पहुंचाना चिकित्सा की दृष्टि से महत्वपूर्ण कार्य है।
समारोह में डॉ. राजीव बिजल्वाण ने बताया कि अब तक ग्राम्य विकास संस्थान ओर से 136 प्रतिभागियों को आशा सर्टिफेकेट कोर्स प्रदान किए जा चुके हैं।
कार्यक्रम का संचालन सुनील खंडूड़ी ने किया। कार्यक्रमें में डॉ. अशोक श्रीवास्तव, पवनदीप, विकेश सेमवाल, लीला उनियाल आदि ने प्रतिभाग किया।