डोईवाला के इस मंदिर के साथ है अनूठी परंपरा,टपकेश्वर महादेव मंदिर से जुड़ा है नाता

Dehradun : क्या है पौराणिक कथा
उत्तराखंड के देहरादून जनपद में है भगवान् शिव का महाभारत कालीन मंदिर जिसे शिवभक्त टपकेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जानते हैं
देहरादून की टौंस नदी के किनारे यह मंदिर स्थित है जहां भक्तों की असीम आस्था है
देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर की गुफा में गुरु द्रोणाचार्य के बेटे अश्वत्थामा पैदा हुए थे।
बेटे के जन्म के बाद उनकी मां दूध नहीं पिला पा रही थी।
उन्होंने भोलेनाथ से प्रार्थना की जिसके बाद भगवान शिव ने गुफा की छत पर गऊ थन बना दिए और दूध की धारा शिवलिंग पर बहने लगी।
जिसकी वजह से प्रभु शिव का नाम दूधेश्वर पड़ा।
कलयुग के समय में इस धारा ने पानी का रूप ले लिया। इस कारण इस मंदिर को टपकेश्वर कहा जाता है
क्या है अनूठी धार्मिक परंपरा
लच्छेश्वर महादेव मंदिर समिति से जुड़े हुए पम्मी राज पम्मी ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक वर्ष टपकेश्वर महादेव शोभायात्रा का आयोजन धूमधाम से किया जाता है
इस यात्रा से दो दिवस पूर्व टपकेश्वर महादेव मंदिर समिति से जुड़े भक्तजन सैकड़ो की संख्या में हरिद्वार में मां गंगा का पूजा अर्चन करते हैं
शोभायात्रा से पूर्व मंदिर समिति से जुड़े लोग मां गंगा में स्नान-ध्यान करने के पश्चात टपकेश्वर महादेव मंदिर के लिए प्रस्थान करते हैं
इस दौरान भक्तों का यह लश्कर डोईवाला के लच्छीवाला स्थित महादेव मंदिर में पहुंचता है
जहां स्वयं प्रकट शिवलिंग का भक्तों के द्वारा दर्शन पूजन किया जाता है
इसके बाद यहां से भक्तों का यह कारवां टपकेश्वर महादेव मंदिर के लिए प्रस्थान करता है
वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है
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रजनीश प्रताप सिंह तेज
डोईवाला के मंदिर पहुंचे महामंडलेश्वर
उत्तराखंड सहित पूरे देश में भगवान शिव के मंदिर के रूप में टपकेश्वर महादेव मंदिर विख्यात है
आज टपकेश्वर महादेव मंदिर के महामंडलेश्वर बिशन गिरी जी ने डोईवाला के लच्छेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन किए
लच्छेश्वर मंदिर समिति ने किया स्वागत-सत्कार
टपकेश्वर महादेव शोभा यात्रा से पूर्व हरिद्वार से प्रस्थान करते हुए टपकेश्वर महादेव मंदिर के महामंडलेश्वर बिशन गिरी जी का लच्छीवाला शिव मंदिर में जोरदार स्वागत हुआ
आयोजन समिति से जुड़े प्रेम सिंह पम्मी राज ने कहा कि सभी को धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर आगे आना चाहिए ,जिससे हमारी हिंदू संस्कृति को बढ़ावा मिल सके
इस अवसर पर टपकेश्वर मंदिर के भारत गिरी जी ,गोपाल जी, सेवादल के महेश खंडेलवाल का लच्छीवाला मंदिर समिति से पम्मी राज ,गीता सावन, मधु पोरेल, अशोक कुमार पोरेल, विनय कुमार सावन, मोहन प्रसाद शर्मा, बीना देवी थापा ,सुरेश राणा उपस्थित रहे