CrimeDehradunUttarakhand

सब इंस्पेक्टर सनोज कुमार सस्पेंड,केस में लापरवाही के आरोप में डीजीपी ने लिया एक्शन

पुलिस अधिकारी द्वारा केस में लापरवाही बरतने के आरोप में उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कार्रवाई करते हुए सब इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया है

डीजीपी ने कहा है कि इस प्रकार के मामले अत्यंत आपत्तिजनक और बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है

वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम
यूके तेज से जुड़ने के लिए
व्हाट्सएप करें 80 7706 2107
रजनीश प्रताप सिंह

देहरादून :अभियोग में लापरवाही बरतने पर जनपद देहरादून के उपनिरीक्षक सनोज कुमार हुए निलम्बित

क्या है मामला ?

देहरादून निवासी डॉ0 पीयूष मित्तल ने बीती 25 नवम्बर को उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजा

जिसमें उन्होंने बताया कि 04 नवम्बर को शिवाजी धर्मशाला के पास उनके ससुर को दो व्यक्तियों ने तेजी और लापरवाही से स्कूटी से टक्कर मारकर गिरा दिया, जिससे उनकी मृत्यु हो गयी।

इस सम्बन्ध में उनके द्वारा केस दर्ज कराया गया था

उन्होंने अपने प्रयासों से इस घटना से संबंधित एक दुकान से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज भी निकाल कर दिए, जिसमें पुलिस कोअभियुक्तों का फोटो भी मिल गया था।

पत्र में डीजीपी को शिकायत की गयी थी कि अभी तक पुलिस द्वारा किसी भी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं किया गया है। 

  पुलिस महानिदेशक ने लिया एक्शन

गंभीर घटना होने पर भी उसका संज्ञान न लेने, अभियोग देर से पंजीकृत करने और कार्यवाही करने में विलम्ब करने पर डीजीपी अशोक कुमार ने उपनिरीक्षक सनोज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया

इसके साथ ही SP City पुलिस अधीक्षक, नगर से प्रकारण की निष्पक्ष जांच कराने के लिये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को निर्देशित किया

पीड़ित का पुलिस पर विश्वास बना रहे  : डीजीपी अशोक कुमार

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि अपराध के घटित होने पर पीड़ित व्यक्ति पुलिस थाने पर पुलिस से वैधानिक कार्यवाही हेतु अनुरोध करता है।

पीड़ित को रिलीफ मिले इसके लिए पुलिस द्वारा विधि अनुसार तत्काल थाने पर प्राथमिकी दर्ज कर पीड़ित व्यक्ति को वैधानिक सहायता उपलब्ध कराते हुए अपराधियों के विरुद्ध तत्परता से शीघ्र कार्यवाही की जानी चाहिए।

जिससे पीड़ित का पुलिस पर विश्वास बना रहे और आम जनमानस में पुलिस की सकारात्मक छवि बने।

समय-समय पर पुलिस मुख्यालय से इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी होते रहते हैं,

इसके बावजूद भी एक ऐसा दृष्टांत सामने आया है जो अत्यन्त आपत्तिजनक और बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।

जो भी पुलिसकर्मी ड्यूटी में ढिलाई बरतेगा उसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!