राज्य किसान एवं सैनिक एकता मंच ने जनसहभागिता से किया 108 औषधीय,धार्मिक महत्व और फलदार वृक्षों का रोपण
State Kisan and Sainik Ekta Manch planted 108 medicinal, religious importance and fruit trees with public participation.

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड राज्य किसान एवं सैनिक एकता मंच के द्वारा जनसहभागिता से आज 108 पौधों के रोपण किया गया जिसके माध्यम से पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन की मुहीम को आगे बढ़ाया गया है
वृक्षारोपण कार्यक्रम की शुरुआत कठुआ आतंकी हमले में शहीद उत्तराखंड के पांचों शहीदों के प्रति एक मिनट का मौन धारण कर किया गया
वृक्षों में ईश्वर का वास
वृक्षारोपण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तराखंड राज्य लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य सुमेर चंद रवि ने मानव जीवन में पौधों के महत्व को बताया
श्री सुमेर चंद रवि ने कहा कि भारत दुनिया का एक ऐसा देश है जहां वृक्षों की पूजा की जाती है
हमारे धार्मिक अनुष्ठान घास,पत्तों और वृक्षों की पवित्र लकड़ियों के बिना पुरे नही होते हैं
हम वृक्षों में साक्षात ईश्वर का वास मानकर उनका पूजन करते हैं
4 स्थानों पर 108 पौधों का रोपण
राज्य किसान एवं सैनिक एकता मंच के सचिव दरपान बोरा ने बताया कि आज अलग-अलग चार स्थानों पर वृक्षारोपण किया जा रहा है
आज खेल मैदान,सिमलास,मुख्य मार्ग झड़ोंद,मोक्षधाम झड़ोंद और माधोवाला गांव में वृक्षारोपण किया गया है
इन चारों स्थानों पर 108 पौधों का रोपण किया गया है
रौंपे गये पौधों के रख-रखाव और देखभाल के लिए दरपान बोरा,हरीश कन्याल और प्रेम पांचाल को संरक्षक नियुक्त किया गया है
इस अवसर पर उदय चंद पाल द्वारा उपस्थित जन-समूह को पर्यावरण संरक्षण की शपथ भी दिलायी गयी
ये रहे प्रमुख रूप से उपस्थित
इस अवसर पर उत्तराखंड राज्य लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य सुमेर चंद रवि,प्रताप सिंह बिष्टदरपान बोरा,हरीश कन्याल,उदय चंद पाल,प्रेम पांचाल ,सुरेश पुंडीर,पृथ्वी सिंह,जरनैल सिंह,अशोक पाल,तेजेन्द्र सिंह,नारायण सिंह,पुष्कर सिंह,दीवान सिंह बोरा,दीवान सिंह कन्याल,प्रमोद बोरा,सुनील कुमार,कमल बोरा,प्राथमिक विद्यालय सिमलास से अध्यापक नरेंद्र शर्मा,प्राथमिक विद्यालय कुड़कावाला के अध्यापक प्रदीप कुमार,सुषमा रानी,वन विभाग लच्छीवाला के अधिकारी गण,नगर पालिका परिषद के कर्मचारी गण,कुंदन सिंह बोरा,अर्जुन सिंह,सिंचाई विभाग दून कैनाल के टीम सदस्य तथा छात्र-छात्राओं आदि ने प्रतिभाग किया