Rajnath Singh In Uttarakhand : गणेश जोशी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से “टेरिटोरियल आर्मी” की 2 बटालियन की करी मांग
Rajnath Singh in Uttarakhand : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
ने वीर चंद्र सिंह गढवाली की पुण्यतिथि के अवसर पर
पीठसैंण,पौड़ी गढ़वाल में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।
पीठसैंण में गढ़गौरव वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की मूर्ति के अनावरण
कार्यक्रम के लिए उत्तराखण्ड पधारे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से
मुलाकात कर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने राज्य में
टेरिटोरियल आर्मी की दो बटालियन स्थापित करवाने की मांग की।
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Rajnees Saini
पौड़ी गढ़वाल : सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने उत्तराखण्ड राज्य में दो
टेरिटोरियल आर्मी Territorial Army ( कुमाऊॅ रेजिमेंट तथा गढ़वाल राइफल से सम्बद्ध )
की बटालियन स्थापित किये जाने के संबंध में
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर आग्रह किया।
रक्षा मंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने राज्य में टेरिटोरियल आर्मी
की दो बलालियन स्थापित करने का अनुरोध किया है।
टेरिटोरियल आर्मी गठन की बतायी आवश्यकता
गणेश जोशी ने कहा कि राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री के तौर पर ही नहीं
बल्कि एक सैनिक के तौर पर भी मुझे लगता है कि
हमारी रेगुलर आर्मी के सहयोग के लिए स्थानीय नागरिकों में
मौजूद क्षमताओं तथा सामाजिक अनुभव का लाभ लेने के लिहाज से
भी टेरिटोरियल आर्मी का गठन किया जाना चाहिए।
क्या होती है टेरिटोरियल आर्मी
टेरिटोरियल आर्मी भी रेग्युलर आर्मी की तरह ही, हमेशा, हर मोर्चे पर,
सक्रिय रह कर राष्ट्र की सेवा में तत्पर रहती है।
चाहे जम्मू-कश्मीर तथा पूर्वोत्तर राज्यों में आंतरिक आतंकवाद
से लोहा लेने का मोर्चा हो, अथवा राष्ट्रीय स्तर पर
क्षरित हो रहे ईको सिस्टम को बचाने के लिए देश के विभिन्न विषम
भौगोलिक क्षेत्रों में बृहद वृक्षारोपण का मोर्चा हो, अथवा नमामी गंगे मिशन
के तहत की जा रही गतिविधियों को सफलता पूर्वक पूर्ण करने की बात हो,
टेरिटोरियल आर्मी हर मोर्चे पर सफलतापूर्वक कार्य करती रही है।
उन्होंने कहा कि टेरिटोरियल आर्मी को सिटिजन आर्मी के नाम से भी जाना जाता है,
किन-किन राज्यों में है टेरिटोरियल आर्मी
यह आर्मी नागरिक जीवन के अनुभवों से युक्त पेशेवरों की योग्यताओं
तथा सैनिक अनुशासन व राष्ट्र प्रेम की भावना का अद्भुत समागम है।
जम्मू एवं कश्मीर, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, कर्नाटक,
तमिलनाडु, केरल, असम, नागालैण्ड, मणिपुर इत्यादि राज्यों में
टैरीटोरीयल आर्मी कार्य कर रही है।
रोजगार और अंतर्राष्ट्रीय सीमा की दृष्टि से महत्वपूर्ण
उत्तराखण्ड राज्य चीन तथा नेपाल जैसे राष्ट्रों की सीमा से लगे
होने के कारण रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण हो जाता है।
उत्तराखण्ड राज्य में दो टेरिटोरियल आर्मी
(कुमाऊॅ रेजिमेंट तथा गढ़वाल राइफल से सम्बद्ध) की
बटालियन स्थापित किये जाने की नितांत अवश्यकता है।
यह टेरिटोरियल आर्मी की दो बटालियन स्थापित किये जाने से
जहा वीरों की भूमि उत्तराखण्ड के युवाओं को राष्ट्र सेवा
एवं रोजगार का अवसर प्राप्त होगा वही उत्तराखण्ड जैसे
अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से सम्बद्ध राज्य में राणनीतिक लाभ भी प्राप्त होगा।