
वेब पत्रकारिता के विश्वसनीय नाम
“यूके तेज” से जुड़ें,
वाट्सएप्प करें 8077062107
(Priyanka Saini)
देहरादून : केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए तीन नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने
विरोध में चलाये जा रहे आंदोलन के 6 महीने पुरे होने पर
“काला दिवस” मनाकर अपना विरोध दर्ज किया।

कोरोना महामारी के दौरान “कोविड एप्रोप्रिएट बेहेवियर” का ध्यान रखते हुए
डोईवाला के कुछ स्थानों पर किसानों ने अपने घर की छत
और वाहनों पर काला झंडा लगाकर विरोध जताया
तो कुछ अन्य स्थानों पर काले झंडों के साथ प्रदर्शन कर पुतला दहन भी किया गया।
आज संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर नकरौंदा में बुद्धदेव सेमवाल के साथ लखवीर सिंह की टीम गन्ना कृषक समिति में किसान नेता हरेंद्र बालियान की टीम,
भानियावाला में राहुल सैनी और साथी,फतेहपुर में मनोहर सैनी और साथी,
दुधली में गौरव चौधरी,रफल सिंह,उमेद बोरा आदि ने विरोध करते हुए
केंद्र सरकार से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की।

इसके अलावा बुल्लावाला में रंजीत सिंह बॉबी और साथियों ने
कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए बुल्लावाला चौक पर पुतला दहन किया।
चांदमारी चौक पर सरदार बलबीर सिंह आदि ने धरना-प्रदर्शन किया।

वहीं समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता फुरकान अहमद कुरैशी,युवजन सभा के
जिला अध्यक्ष आशीष यादव तथा कम्युनिस्ट पार्टी के अश्वनी त्यागी ने
किसानों पर थोपे गए तीनों किसान विरोधी कानूनों को वापिस लेने
तथा एमएसपी की गारंटी देने की मांग को लेकर धरना दिया।