आरएसएस के “शताब्दी वर्ष” पर उत्तराखंड के 128 गांवों में होगी ग्राम विकास की गतिविधि,डोईवाला में 2 दिवसीय कार्यशाला संपन्न
On the "Centenary Year" of RSS, village development activities will be held in 128 villages of Uttarakhand, 2 day workshop concluded in Doiwala

देहरादून,12 मई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) :डोईवाला के अठूरवाला स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ग्राम विकास इकाई द्वारा दो दिवसीय प्रांत स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
उत्तराखंड प्रांत के विभिन्न हिस्सों से कार्यकर्ताओं ने इस प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया,
जो 10 और 11 मई 2025 को आयोजित किया गया.
प्रांत संयोजक ग्राम विकास गतिविधि, ललित बड़ाकोटी ने जानकारी देते हुए बताया कि दो दिवसीय कार्यशाला में कुल छह सत्र आयोजित किए गए,
जिनमें ग्राम विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई.
उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सांगठनिक दृष्टि से उत्तराखंड प्रांत को 24 जिलों और 128 खंडों में विभाजित किया गया है.
आरएसएस के विजयदशमी पर 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में,
प्रांत के प्रत्येक खंड के एक गांव में ग्राम विकास गतिविधि के सात आयामों में से किसी एक पर विशेष कार्य किया जाएगा.
इस पहल के तहत, संघ की स्थापना के शताब्दी वर्ष तक उत्तराखंड के 128 गांव विकास गतिविधियों से जुड़ जाएंगे.
श्री बड़ाकोटी ने ग्राम विकास गतिविधि के सात आयामों –
1 सामाजिक शिक्षा एवं संस्कार,
2 सामाजिक समरसता,
3 सामाजिक स्वास्थ्य,
4 सामाजिक सुरक्षा,
5 स्वावलंबन,
6 गौ आधारित कृषि और
7 पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन
– पर प्रकाश डाला, जिन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा कार्य किया जा रहा है.
इस प्रदेश स्तरीय महत्वपूर्ण कार्यशाला में अखिल भारतीय सहसंयोजक शंभू प्रसाद गिरि जी (उज्जैन), अखिल भारतीय स्वावलंबन प्रमुख (केंद्रीय टोली) आलोक गुप्ता जी, क्षेत्रीय संयोजक (मेरठ) देवेंद्र जी, प्रांत प्रचारक उत्तराखंड डॉक्टर शैलेंद्र जी, प्रांत संयोजक ललित बड़ाकोटी, सर्व व्यवस्था प्रमुख संपूर्णानंद थपलियाल, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य महिताब गोसाई, देवी प्रसाद उनियाल, राजेंद्र बडोनी जी और बालम जी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
कार्यशाला में इन वरिष्ठ पदाधिकारियों ने ग्राम विकास के महत्व और संघ की आगामी योजनाओं पर मार्गदर्शन दिया.