DehradunUttarakhand

आंचल दूध में “मेलामाइन” की पुष्टि,कंपनी पर मुकदमा दर्ज

Food Saftey and Drug Administration registered case against Anchal milk company after lab test confirmation of melamine adulteration in milk.

देहरादून : आंचल दूध में मेलामाइन की पुष्टि होने पर फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के द्वारा आंचल निर्माता कंपनी पर मुकदमा दर्ज करवाया गया है.

जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी द्वारा बताया गया कि जनवरी 2023 में आंचल डेरी प्लांट से दूध के 9 नमूने क्वालिटी जांच के लिए रुद्रपुर प्रयोगशाला में भेजे गए थे.

जिसमें आंचल गोल्ड ब्रांड के पैकेट दूध के 1 नमूने में 0.08 पीपीएम मेलामाइन की पुष्टि पाई गई.

फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड एडिटिव रेगुलेशन 2011 के तहत 2.50 पीपीएम तक लिमिट परमिटेड है लेकिन रिपोर्ट में 2.58 पीपीएम पाई गई है.

शेष 8 नमूने मानक के अनुरूप पाये गये हैं.

जिसके कारण खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के तहत आंचल दूध निर्माता कंपनी को नोटिस भेजा गया था लेकिन 30 दिन की अवधि पूर्ण होने के बाद भी आंचल कंपनी द्वारा कोई अपील प्रस्तुत नहीं की गई है

जिसके चलते आंचल दूध निर्माता कंपनी के खिलाफ खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए कमिश्नर, खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन उत्तराखंड को पत्रावली भेजी गई थी जिसकी स्वीकृति होने के बाद खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के तहत विधिक कार्रवाई की जाएगी

आखिर क्यूं होती है मेलामाइन की मिलावट

गौरतलब है कि World Health Organisation विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मेलामाइन एक ऑर्गेनिक बेस्ड केमिकल है जो आमतौर पर नाइट्रोजन की प्रचुरता के साथ सफेद रंग के क्रिस्टल के रूप में पाया जाता है.

मेलामाइन को प्लास्टिक,एडहेसिव,व्हाइट बोर्ड सहित विभिन्न पदार्थों में प्रयोग किया जाता है

दूध में मेलामाइन को मिलाए जाने के अपने अलग ही कारण है.

जब कच्चे दूध में पानी मिलाया जाता है तो वह इसे पतला कर देता है जिस वजह से दूध में प्रोटीन की मात्रा भी पतले होने के साथ कम हो जाती है.

कच्चे दूध को नाइट्रोजन की मात्रा के लिए टेस्ट किया जाता है यदि दूध में मेलामाइन मिला दिया जाए तो वह नाइट्रोजन के अच्छे स्तर को दिखाता है.

जिसकी वजह से प्रचुर प्रोटीन होने की वजह से दूध टेस्ट में पास हो जाता है.

मेलामाइन मिला हुआ दूध छोटे बच्चों की किडनी फेल कर सकता है.

यूके तेज से जुड़ने के लिये

वाट्सएप्प करें ,8077062107

रजनीश प्रताप सिंह तेज

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!