मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिये उत्तराखंड सरकार ने एक बड़ा तोफहा दिया है
कि सत्र 2021-22 से एमबीबीएस करने वाले छात्र घटी फीस का लाभ ले सकेंगे।
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PRIYANKA PRATAP SINGH
देहरादून :
हुआ आदेश जारी
फीस कम करने के संबंध में कल सचिव डा. पंकज कुमार पांडेय ने आदेश जारी कर दिया है।
फीस कम करने को लेकर छात्रों ने किया था आन्दोलन
आपको बता दे कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों के 2019 एवं 2020 बैच के छात्रों द्वारा फीस को कम करने के लिए आन्दोलन किया था।
छात्रों ने कई दिनों तक मेडिकल कॉलेजों में आंदोलन किया था छात्रों द्वारा दून मेडिकल कॉलेज में चले आंदोलन ने बहुत तूल पकड़ा था
मात्र 50 हजार रुपये सालाना फीस में भी कर सकेंगे एमबीबीएस MBBS
सुबोध उनियाल ने बताया कि ‘एक एमबीबीएस कोर्स के लिए एक स्टूडेंट को सालाना 4 लाख रुपये तक फीस देनी पड़ती थी .
लेकिन उत्तराखंड सरकार इसे सरकारी मेडिकल कॉलेजों (Government Medical Colleges) के लिए 1.45 लाख रुपये पर ले आयी है.
सिर्फ इतना ही नहीं ऐसे स्टूडेंट्स जो यह बॉन्ड भरें कि पढ़ाई पूरी करने के बाद वे अगले 5 साल तक उत्तराखंड में अपनी सेवा देंगे, उन्हें यहां सिर्फ 50 हजार रुपये सालाना फीस देनी होगी
उत्तराखंड सरकार द्वारा लिये गये निर्णय के अनुसार, अगर कोई स्टूडेंट एमबीबीएस एडमिशन (MBBS admission) के समय बॉन्ड साइन करता है और 50 हजार रुपये फीस का लाभ लेता है,
तो उसे इस क्रम में अपनी सेवा देनी होगी-
एमबीबीएस पूरा करने के बाद पहले साल एक मेडिकल कॉलेज में सेवा देनी होगी.
अगले 2 साल डॉक्टर को उत्तराखंड के किसी रिमोट लोकेशन पर प्राइमरी हेल्थ सेंटर (प्राथमिक चिकित्सा केंद्र) पर सेवा देनी होगी.
उसके बाद वह जिला अस्पताल या दूरस्थ क्षेत्र के किसी अस्पताल में सेवा देंगे
छात्रों और अभिभावको ने जताया आभार
सरकार द्वारा फीस कम करने के फैसले से छात्रों और अभिभावको में खुशी की लहर है
प्रदेश के छात्रों और अभिभावको ने सीएम पुष्कर धामी, स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत और तमाम अफसरों का आभार जताया है।