
देहरादून,25 जून 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड डोईवाला में सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं.
समिति के संचालक मंडल के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और अब तस्वीर काफी हद तक साफ हो गई है.
कुल 11 सीटों के लिए 22 उम्मीदवारों ने अपने पर्चे भरे थे,
जिनमें से 6 सीटों पर केवल एक-एक नामांकन आने से इन पर निर्विरोध निर्वाचन पक्का माना जा रहा है.
हालांकि, एक आरक्षित सीट पर कोई नामांकन न होने से वह खाली रह गई है.
अब केवल चार सीटों पर ही चुनावी घमासान देखने को मिलेगा.
चुनावी प्रक्रिया का चरण-दर-चरण:
गन्ना विकास समिति के गठन की प्रक्रिया गति पकड़ चुकी है.
डेलिगेट्स का चुनाव संपन्न होने के बाद, बुधवार को प्रबंध समिति के निदेशक मंडल के सदस्यों के लिए चुनावी दौड़ शुरू हुई.
गौरतलब है कि ये नवनिर्वाचित डेलिगेट्स ही अब समिति के प्रबंध समिति के निदेशक मंडल के सदस्यों का चुनाव करेंगे.
नामांकन और सीटों की स्थिति:
बुधवार को, समिति की 11 सीटों के लिए 22 प्रत्याशियों ने निर्वाचन अधिकारी सोनम गुप्ता (खंड विकास अधिकारी,डोईवाला) के समक्ष अपने नामांकन पत्र दाखिल किए.
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कुल 11 सीटों में से डोईवाला, छिद्दरवाला, जौलीग्रांट, भानियावाला, रानीपोखरी और श्यामपुर – इन 6 स्थानों पर केवल एक-एक उम्मीदवार ने ही नामांकन भरा है,
जिससे उनका निर्विरोध चुना जाना तय है.
वहीं, एक आरक्षित सीट पर कोई दावेदार नहीं आया, लिहाजा वह खाली रहेगी.
अब मारखाम ग्रांट प्रथम, मारखाम ग्रांट द्वितीय, सिमलास और माजरी ग्रांट – इन चार सीटों पर ही चुनाव होगा,
जहां एक से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं.
सियासी समीकरण और भविष्य की रणनीति:
इस बीच, निर्वाचित डेलिगेट्स सक्रिय रूप से किसानों से संपर्क साधते हुए अपने पक्ष में समीकरण बिठाने की कोशिशों में लगे हैं.
प्रबंध समिति के निदेशक मंडल का गठन होने के बाद, ये नवनिर्वाचित सदस्य ही गन्ना समिति के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव करेंगे.
प्रबंध समिति के सदस्यों के चुनाव के लिए 4 जुलाई की तारीख तय की गई है, जिस दिन अंतिम फैसला होगा.