CrimeDehradunUttarakhand

देहरादून में “हथौड़ी” से किये पत्नी पर ताबड़तोड़ वार,फिर कुछ “अलग तरीके से” किया “मर्डर”

वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम
यूके तेज से जुड़ने के लिये
वाट्सएप्प करें 8077062107
रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’

देहरादून :

जब बीती 17 दिसंबर को बजा देहरादून पुलिस का फोन

रंजीत नाम के कॉलर ने रायपुर पुलिस को फोन करके बताया कि उसकी बहन पिंकी की शादी साल 2010 में वीरेंद्र कुमार साह उर्फ कृष्णा शाह से हुई थी जिससे उनके एक बेटी और दो बेटे हैं वह वर्तमान में सौड़ा सरौली के विद्या विहार में रहते हैं.

कल उसकी बात अपनी बहन पिंकी से हुई तो उसने बताया कि उसके पति ने उसके साथ मारपीट की है और हथौड़े से उसके पेट और पीठ पर वार किये हैं पिंकी ने बताया कि उसकी हालत बहोत खराब है और शायद वह नही बचेगी.

उसके बाद उसकी भांजी ने फोन पर बताया कि मम्मी हिलडुल नही रही है.

पुलिस पहुंची “ऑन द स्पॉट”

इस कॉलर की सूचना पर रायपुर थानाध्यक्ष पुलिस फाॅर्स के साथ मौके पर पहुंचे तो मौके पर पिंकी की लाश पड़ी थी.

वहीं पर पिंकी का पति कृष्णा साह और उनके तीन बच्चे मौजूद मिले.

पति ने रची झूठी कहानी

पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर कृष्णा साह ने बताया कि 13 दिसंबर को उसकी पत्नी पिंकी सीढ़ियों से गिर गई थी, जिसे उनके द्वारा प्राइवेट डॉक्टर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर में दिखाया गया था.

पेट में चोट लगने के बाद ही उनकी पत्नी बार-बार उल्टी कर रही थी जिसके बारे में डॉक्टर द्वारा बताया कि पेट में चोट के कारण उनकी पत्नी का कभी भी हार्ट फेल हो सकता है.

तीनों बच्चों से पुलिस बालकल्याण अधिकारी महिला उपनिरीक्षक मालिनी द्वारा पूछताछ करने पर बच्चों के द्वारा भी उनके माता की सीढ़ियों से गिरकर चोट आना बताया बच्चे बहुत ज्यादा घबराए हुए थे.

शव को कब्जे पुलिस लेकर दिनांक 17 दिसंबर को पंचायत नामा भरकर पैनल से पीएम कराने हेतु भेजा गया तथा पीएम की वीडियोग्राफी कराई गई मृतिका के तीनों बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी बूब के समक्ष प्रस्तुत कराकर उनके संरक्षण में दिया गया.

पुलिस ने की कानूनी कार्रवाई

पुलिस ने मृतिका पिंकी के शव को कब्जे लेकर पंचायत नामा भरकर पैनल से पीएम कराने हेतु भेज दिया गया पुलिस द्वारा की वीडियोग्राफी कराई गई मृतिका के तीनों बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमिटी बूब के समक्ष प्रस्तुत कराकर उनके संरक्षण में दिया गया.

प्रारंभिक पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट से मिला पहला क्लू

पुलिस इन्वेस्टीगेशन के दौरान मृतका पिंकी देवी की पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट प्राप्त की गई जिसमें उनके पेट में अंदरूनी गंभीर चोट के कारण मृत्यु होना पाया गया। इसके साथ ही अन्य परीक्षण के लिए मृतिका का विसरा संरक्षित किया गया है.

पोस्टमॉर्टेम करने वाले डॉक्टर से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि मृतिका के पेट में आई अंदरूनी चोट हथौड़ी से आ सकती है.

पति-पत्नी का “झगड़ा-पानी”

प्राप्त सबूतों के आधार पर पुलिस ने आरोपी कृष्ण साह को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसकी पत्नी हर छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा किया करती थी.

उसके द्वारा बताए गए काम को सही प्रकार से नहीं करती थी जिसके चलते आए दिन वह अपनी पत्नी से परेशान हो चुका था.

सोडा सरोली में पानी नहीं आ रहा था जिसके लिए कुछ दूरी पर स्थित पानी लाना पड़ रहा था । जिसके लिए मैंने अपनी पत्नी को पानी लाकर मेरे व बच्चों के कपड़े धोने वह कमरे में पोछा लगाने व बर्तनों को साफ करने के लिए लगातार कह रहा था.

पत्नी पर किये हथौड़ी से ताबड़तोड़ वार

आरोपी कृष्ण साह ने बताया कि 13 दिसंबर को जब मैं मिस्त्री के कार्य से शाम को 7 बजे आया तो मैंने देखा कि मेरी पत्नी ने कोई भी काम नहीं किया है.

मैंने इस बात के लिए अपनी पत्नी को डांटा जिस पर वह मुझसे झगड़ा करने लगी जिस पर मैंने उससे अपना पल्ला झाड़ने के लिए उसके पेट में हथौड़ी से कई वार कर दिए। जिसमें वह बेहोश हो गई, मैंने सोचा वह मर गई है.

मैंने दूसरे कमरे में जाकर बच्चों को डराया धमकाया और कहा कि कोई भी पूछेगा तो बताना तुम्हारे मम्मी सीढ़ियों से गिर गई थी,जिसमें उसे चोट आई है.

फिर जिंदा मिली पत्नी

कृष्ण ने बताया कि 14 दिसंबर की सुबह मैंने देखा कि वह कि वह जिंदा है तो मैं उसे प्राइवेट डॉक्टर के पास रायपुर ले गया, जिन्होंने मुझे अच्छे हॉस्पिटल में दिखाने को कहा तो मैं उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर ले गया.

वहाँ बाएं हाथ पर प्लास्टर चढ़ाया व दवाई दिलवाई,जिसके बाद में उसे घर ले आया, लेकिन मेरी पत्नी लगातार पेट में दर्द होना बता रही थी, बार बार उल्टी करने लगी.

जिसके बाद 17 दिसंबर को मैंने अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड कराया जिसमें मुझे पता चला कि मेरी पत्नी के पेट के अंदर गंभीर घाव हो गया है और वह बचने वाली नहीं है, यह बात मेरी पत्नी को पता चल गई थी, जिस पर मेरी पत्नी मुझे कहने लगी कि मैं तुम्हारी शिकायत पुलिस से करूंगी.

और पत्नी को उतारा मौत के घाट

उसने बताया कि पुलिस से गिरफ्तारी के डर से मैंने दिनांक 16-17 की रात्रि में जब बच्चे सो गए तो मैंने घर में पहले से ही रखी नुवान के सीसी का इंजेक्शन अपनी पत्नी को मारने के लिए लगा दिया जिससे रात लगभग 3ः00 बजे मेरी पत्नी मर गई.

मैंने अपने बच्चों को उठाया और कहा कि तुम्हारी मम्मी मर गई है, कोई भी पूछे तो बताना किस सीढ़ियों से गिरने के कारण मरी है और उस बहुत जल्दी-जल्दी मैंने अपने साथ काम करने वाले मजदूरों को अंतिम संस्कार कराने के लिए बुला लिया था और बस भी बुक करा ली थी.

तभी पुलिस आ गई, आज मुझे जानकारी हो गई थी की मेरा साला रिपोर्ट करने आ रहे है मै भागने की फिराक मे था, पुलिस नें पकड़ लिया.

 

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!