
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट में हिमालयन स्कूल ऑफ योगा साइंसेज (एचएसवाईएस) का पांचवां ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम
यूके तेज से जुड़ने के लिये
वाट्सएप्प करें 8077062107
रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि योग विज्ञान जीवन जीने की पद्धति है। निरंतर यौगिक अभ्यास से हम अपने शरीर को स्वस्थ्य रख सकते हैं।
हिमालयन स्कूल ऑफ योगा साइंसेज (एचएसवाईएस) के पांचवें बैच के नवीन छात्र-छात्राओं के लिए ओरियंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें छात्र-छात्राओं को संस्थान की नीतियों, उद्देश्य एवं इतिहास से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि दुनिया को अध्यात्मिक व योग का मंत्र देने वाले एचआईएचटी संस्थापक सिद्धयोगी स्वामी राम के इस संस्थान का आधार ही योग विज्ञान है।
भय, मानसिक अवसाद, उदासीनता के बीच स्वस्थ मन के साथ कैसे रहें योग यह बताता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से सफल होने के लिए समय प्रबंधन, दृढ इच्छाशक्ति व दूरदर्शिता जैसे गुणों को आत्मसात करने का आह्वान किया।
विभागाध्यक्ष डॉ.सोमलता झा ने नवीन छात्र-छात्राओं व उनके अभिभावकों का स्वागत करने के साथ कोर्स व फैकल्टी सदस्यों की जानकारी दी।
डॉ.विनीत महरोत्रा ने एंटी रैगिंग पॉलिसी व नियमों की जानकारी दी।
डॉ.अंकित शर्मा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डॉ. सुशीला शर्मा व फैकल्टी डॉ.आरएन मिश्रा, राहुल बलूनी, डॉ.अनविता, पूजा जोशी, विजेंद्र द्विवेदी, नीलम रावत आदि उपस्थित रहे