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( Priyanka Saini )
देहरादून :”दीनन के कष्टों को दूर हम करें,सेवा सुरक्षा और मित्रता करें”,
उत्तराखंड पुलिस के इस गीत को चरितार्थ करते हुए
जीआरपी पुलिस ने ड्यूटी के प्रति सजगता के साथ-साथ
एक महिला और उसके बच्चों के प्रति अपना मानवीय चेहरा दिखाया है।
जीआरपी पुलिस की ये टीम रही शामिल :—
थाना जी0आऱ0पी0 देहरादून के प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार, हे0का0 रविन्द्र सिंह रौतेला,म0का0 पुष्पा बोहरा, कानि0 अनिल मेटवाल, कानि0 दुर्गा सिंह रावत।

यह मामला है पूजा नाम की एक महिला का जो कोरोना संक्रमित थी और अपने बच्चों सहित घर जा रही थी।
जिसकी सूचना शुगर मिल डोईवाला से प्राप्त होने पर जीआरपी पुलिस ने
जहां अपना कर्तव्य निभाते हुए अन्य यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से इस महिला को आवागमन नहीं करने दिया।
वही पूजा और बच्चों की अपने निजी खर्च पर देखभाल भी की।
कोरोना कर्फ्यू के दौरान पति मोनू को काम ना मिल पाने के कारण रोजगार और दो जून की रोटी की समस्या की वजह से पूजा बच्चों के साथ अपने घर गोरखपुर जा रही थी।
ऐसे में रेलवे पुलिस ने कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार पूजा को 14 दिन के होम आइसोलेशन में उसके परिवार सहित डोईवाला भेज दिया।
पूजा और उसके परिवार के सामने आई खाने पीने की समस्या को देखते हुए जीआरपी थाने के प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार आदि ने अपना वादा पूरा करते हुए मोनू के घर जाकर उसकी पत्नी का हाल-चाल पूछते हुए दवाई,मास्क,सैनिटाइजर उपलब्ध कराया।
इसके साथ-साथ अपने निजी खर्च पर सारी राशन सामग्री उपलब्ध करवायी।
यही नहीं रेलवे पुलिस के इन अधिकारियों ने पूजा के बच्चों को दूध भी उपलब्ध करवाया
महिला कांस्टेबल पुष्पा और हेड कांस्टेबल रविंद्र सिंह रौतेला पूजा के बच्चों के लिए खिलौने भी लेकर आए जिससे पूजा के बच्चों के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई।
ऐसे खिलखिलाते चेहरे को देखकर रेलवे पुलिस ने मानव सेवा के इस कार्य को लेकर एक प्रकार के संतोष का अनुभव किया है।
जीआरपी पुलिस देहरादून द्वारा किए गए इस मानवीय कार्य की सभी के द्वारा प्रशंसा की जा रही है।