DehradunHealthUttarakhand

“अटल आयुष्मान योजना” के लिए हिमालयन हॉस्पिटल को सीएम त्रिवेंद्र रावत ने दिया “गोल्ड सर्टिफिकेट”

सटीक और विश्वसनीय न्यूज़ के लिए
“यूके तेज” से जुड़ें
वाट्सएप्प करें 8077062107

देहरादून : आयुष्मान योजना के तहत रोगियों को गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवा देने में हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्कृष्ट सेवा सम्मान प्रदान किया।

यह सम्मान आयुष्मान योजना के तहत सबसे ज्यादा रोगियों के निशुल्क उपचार के लिए मिला है।

 उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह उत्कृष्ट सेवा सम्मान कुलपति डॉ.विजय धस्माना को प्रदान किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत उत्तराखण्ड अकेला राज्य है जहाँ राज्य के 23 लाख परिवारों को इसके तहत स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।

आज हिमाचल सहित कई अन्य राज्य उत्तराखण्ड की भांति इस योजना को अपने राज्य में लागू करने की सोच रहे हैं।

 इन्हे मिला स्वर्ण,रजत और कांस्य प्रमाण पत्र :—

मुख्यमंत्री ने अटल आयुष्मान योजना के तहत स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी जौलीग्रान्ट को स्वर्ण प्रमाण पत्र,

कृष्ण मेडिकल सेन्टर देहरादून व चामुण्डा हॉस्पिटल एंड लेप्रोस्कोपिक सेन्टर काशीपुर को रजत प्रमाण पत्र

तथा हंस फाउंडेशन जनरल हॉस्पिटल सतपुली को कांस्य प्रमाण पत्र से सम्मानित किया।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ऑल इंडिया मेडिकल सांइस ऋषिकेश के साथ ही राज्य के 13 विभिन्न जिला एवं सामुदायिक केन्द्रों एवं श्री मंहत इंद्रेश हॉस्पिटल सहित 5 अन्य निजी चिकित्सालयों को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान दिये।

एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रो. रविकांत ने इस योजना को राज्य सरकार की सराहनीय पहल बताते हुए इसमें प्रिसर्जरी, डायलिसिस आदि को भी शामिल करने की अपेक्षा की।

उन्होंने इस योजना को स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रान्तिकारी कदम बताया है, जबकि स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के प्रो. विजय धस्माना ने कहा कि राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में यह योजना वरदान सिद्ध हुई है।

कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने बताया आयुष्मान योजना साल 2018 के आखिर में लागू हुई। इस दौरान करीब चार हजार से ज्यादा रोगियों का उपचार किया गया।

दूसरे वर्ष 2019 में करीब 25 हजार जबकि तीसरे वर्ष 26 हजार रोगियों का आयुष्मान योजना के तहत निशुल्क उपचार का लाभ उठाया।

2021 जनवरी माह में अभी तक करीब 1900 रोगियों को निशुल्क उपचार दिया जा चुका है। इस अवसर पर हिमालयन हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसएल जेठानी, डॉ. अमित मैत्रेय उपस्थित थे।

अब तक 57000 से ज्यादा रोगियों का उपचार

कुलपति डॉ. विजय धस्माना ने बताया कि अटल आयुष्मान योजना लागू होने के प्रथम वर्ष में ही हिमालयन हॉस्पिटल के नाम एक बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई थी। इस योजना के तहत रोगियों का उपचार करने में देशभर में हिमालयन हॉस्पिटल अग्रणी रहा। वर्तमान में अब तक 57000 से ज्यादा रोगियों का उपचार किया जा चुका है।

हिमालयन देश का पहला आयुष्मान गोल्ड सर्टिफाइड टीचिंग हॉस्पिटल

हिमालयन हॉस्पिटल ने आयुष्मान योजना के तहत देशभर में सबसे ज्यादा रोगियों का निशुल्क उपचार ही नहीं किया। बल्कि उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों के तहत गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधा भी मुहैया करवाई। इसके लिए भारत सरकार ने हिमालयन हॉस्पिटल को ‘आयुष्मान गोल्ड सर्टिफिकेशन’ का दर्जा दिया। कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने बताया कि आयुष्मान गोल्ड सर्टिफाइड के मानक कितने कठिन हैं इस बात से समझा जा सकता है कि भारत में करीब 650 मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल हैं। इनमें से हिमालयन देश का प्रथम टीचिंग हॉस्पिटल है जो ‘आयुष्मान गोल्ड सर्टिफाइड’ है।

क्या होता है आयुष्मान गोल्ड सर्टिफाइड ?

अटल आयुष्मान योजना से संबधित अस्पतालों के लिए ब्रोंज, सिल्वर व गोल्ड की तीन श्रेणिया बनाई गई हैं। इन श्रेणियों में गोल्ड श्रेणी में सर्टिफिकेशन सर्वश्रेष्ठ होता है। गोल्ड सर्टिफिकेशन उन्हीं हॉस्पिटल को दिया जाता है जिन्होंने रोगियों को उपचार में गुणवत्ता के सर्वोच्च मानक पूरे करने के साथ ही गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सुविधा दी है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!