-विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में नैदानिक मनोविज्ञान विभाग की ओर से आयोजित किया गया निशुल्क स्वास्थ्य शिविर
-50 से ज्यादा रोगियों ने उठाया निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लाभ, डॉ.मालिनी ने दिया स्वास्थ्य परामर्श
देहरादून : ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट के नैदानिक मनोविज्ञान विभाग की ओर से एक दिवसीय निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित किया गया।
इसमें 50 से ज्यादा रोगियों ने शिविर का लाभ उठाया।
विभागाध्यक्ष डॉ. मालिनी श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य परामर्श देने के साथ मानसिक रोग के लक्षण व बचाव की जानकारी दी।
विभागाध्यक्ष डॉ. मालिनी श्रीवास्तव ने कहा कि कि मानसिक रोगी के साथ सामान्य बर्ताव करना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य की सही देखभाल व्यक्ति को खुश और समृद्ध जीवन जीने में मदद करती है।
इसी कड़ी में नैदानिक मनोविज्ञान विभाग की ओर से विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
09 अक्टूबर को सेमिनार आयोजित किया गया। इसमें डॉ.प्रकाश केशवया ने संस्थापक डॉ.स्वामी राम की शिक्षाओं पर आधारित समग्र जीवन दर्शन की जानकारी दी।
इसके अतिरिक्त 10 अक्टूबर पोस्टर प्रदर्शनी व स्टिकर्स वितरण कर लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुक किया गया।
जागरुकता अभियान के संचालन में राशि भटनागर, शिवानी भंडारी, वान्या नंदा, दिव्यांशु, प्रिंसेस रावत, गरिमा शर्मा, आरुषि, लक्ष्मी, दीपाली चौहान, आदित्या भंडारी, निशांत नयाल, अभय कपूर, ऋषिता चमोली, ओजस्वी द्विवेदी, हिमांशु आदि ने सहयोग किया।
इसके अतिरिक्त हिमालयन स्कूल ऑफ योगा साइंसेस, हिमालयन स्कूल ऑफ बायो साइंसेस के छात्र-छात्राओं ने भी बढ़चकर भाग लिया। इसके अलावा हिमालयन कॉलेज नर्सिंग के मानसिक स्वास्थ्य विभाग की ओर से विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गई।
प्रिसिंपल डॉ.संचिता पुगाजंडी के दिशा-निर्देशन में विभागाध्यक्ष डॉ.ग्रेस मैडोना सिंह, जे.मनोरंजनी, संध्या नेगी, जयंत, कृष्ण मोहन आदि ने सहयोग दिया। वक्ताओं ने कहा कि स्ट्रेस या तनाव एक प्रकार का मानसिक स्वास्थ्य विकार है जिसका जोखिम तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है।
युवा हों या बुजुर्ग, सभी उम्र के लोगों में इस विकार के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। सभी लोगों के लिए अपने शारीरिक स्वास्थ्य की ही तरह से मानसिक सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है।