बिहार के पूर्व डीजीपी ( जगद्गुरु रामानुजाचार्य गुप्तेश्वर जी महाराज ) पहुंचे डोईवाला ,पांडेय परिवार का आतिथ्य किया स्वीकार

Dehradun ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : बिहार के पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे आज डोईवाला पहुंचे जहां उन्होंने पांडे परिवार का आतिथ्य स्वीकार किया
आज दोपहर लगभग 2:15 बजे बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे डोईवाला की पंचवटी कॉलोनी पहुंचे
जहां उन्होंने रामेश्वर पांडे के परिवार से भेंट मुलाकात की
यूके तेज से बात करते हुए रामेश्वर पांडे ने बताया कि आज दोपहर उन्हें पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे के द्वारा फोन पर संपर्क कर बताया गया कि वह किसी कार्य से देहरादून आए हुए हैं
यह सुनकर उन्होंने उनसे उनके आतिथ्य को स्वीकार करने का निवेदन किया
जिसके बाद वह उनके घर पहुंचे
लगभग 45 मिनट उनके निवास पर चर्चा-वार्ता करने के बाद दोपहर 3:00 बजे वह वापस लौट गए
इस दौरान उन्होंने पांडे परिवार के द्वारा चाय नाश्ते पर अपने विचार व्यक्त किया उन्होंने बताया कि देवभूमि उत्तराखंड आध्यात्म के लिये जानी जाती है यह आश्रम बनाये जाने की दृष्टि से अनुकूल है
डीजीपी पद भार ग्रहण करने के कार्यक्रम में दिया था बुलावा
रामेश्वर पांडे ने अपनी याद ताजा करते हुए बतलाया कि जब गुप्तेश्वर पांडे बिहार के पुलिस महानिदेशक बने
तब बक्सर जिले में उनके द्वारा उन्हें स्वागत समारोह में बुलाया गया था
उनके नियुक्ति पर वह स्वागत समारोह कार्यक्रम में बिहार पहुंचे थे
श्री रामेश्वर पांडेय ने बताया कि एक आईपीएस अधिकारी के तौर पर उन्होंने रणबीर सेना,माओवाद,नक्सलवाद पर कठोर कार्रवाई की थी
वह अपराधियों के प्रति जितने कठोर रहे वह आम आदमी के प्रति उतने ही सरल,सहज भी है
नौकरी से वीआरएस के बाद बने अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक
गुप्तेश्वर पांडे भारतीय पुलिस सेवा के एक रिटायर्ड ऑफिसर है
उन्होंने अपना सेवा कार्यकाल पूरा होने से 5 महीने पहले 22 सितंबर 2020 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी
इसके बाद वह अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक बन गए
उन्होंने अब तक दुनिया के 10 से ज्यादा देशों में कथा वाचन किया है
कौन है रामेश्वर पांडे ?
डोईवाला की पंचवटी कॉलोनी में रहने वाले रामेश्वर पांडे पूर्व में लाल तप्पड़ स्थित बिरला यामहा में कार्यरत थे
उनका बड़ा बेटा कमला कांत पांडे ग्राफिक एरा में जॉब करता है वह वहां से पीएचडी भी कर रहा है
जबकि उनका छोटा बेटा लक्ष्मीकांत पांडे डोईवाला के जॉलीग्रांट स्थित एक प्राइवेट स्कूल में साइंस टीचर है
आपस में है बिहार कनेक्शन
लक्ष्मीकांत पांडे बिहार के बक्सर जिले के अंतर्गत दीवान दीवान दे बड़का गांव के रहने वाले हैं
जबकि गुप्तेश्वर पांडे बक्सर जिले के ही एक दूसरे गांव गेरुआ बांध में जन्मे हुए हैं
यह दोनों ही गांव एक ही जिले में लगभग 30 से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है