उत्तराखंड के शिक्षकों का ‘शैक्षिक नवाचारी संवाद’ वेबीनार संपन्न, प्रारंभिक शिक्षा में सुधार पर ज़ोर
'Educational Innovative Dialogue' webinar of teachers of Uttarakhand concluded, emphasis on improvement in primary education

देहरादून,23 जून 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड में प्रारंभिक शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से शिक्षकों के स्वैच्छिक समूह ‘उत्तराखंड राज्य शैक्षिक नवाचारी संवाद’ (USERNS) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला/वेबिनार का आज सफलतापूर्वक समापन हो गया.
यह वेबीनार 21 जून 2025 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शुरू हुआ था.
कार्यशाला का उद्घाटन और मुख्य बिंदु
कार्यशाला का शुभारंभ उत्तराखंड समग्र शिक्षा के अपर राज्य परियोजना निदेशक, कुलदीप गैरोला ने किया.
पहले दिन, योग प्रशिक्षक योगाचार्य मोहन जोशी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रोटोकॉल का अभ्यास कराया और स्वस्थ जीवन व शरीर शोधन क्रियाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी.
दूसरे दिन, राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान उत्तराखंड के वरिष्ठ प्रवक्ता, मदन मोहन उनियाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
उन्होंने ग्रीष्मकालीन अवकाश में शिक्षकों द्वारा आयोजित इस पहल की सराहना की और अधिक से अधिक शिक्षकों से इसका लाभ उठाने का आग्रह किया.
इस सत्र में, पिथौरागढ़ के शिक्षक रमेश चंद्र जोशी (सत्यम सर) ने ‘पिक्सल लैब’ ऐप पर शैक्षिक बोर्ड, वर्कशीट, कोलाज, पोस्टर और परीक्षा प्रश्नपत्र बनाने की विस्तृत जानकारी दी.
दूसरे सत्र में, पौड़ी गढ़वाल के शिक्षक जसवंत सिंह बिष्ट ने एजुकेशन पोर्टल पर शिक्षक प्रोफाइल, परिचय पत्र, छात्रों की एंट्री और मासिक मूल्यांकन के बारे में बताया.
तीसरा दिन: तकनीकी कौशल और डेटा प्रबंधन पर फोकस
तीसरे दिन की कार्यशाला में एससीईआरटी उत्तराखंड के सहायक निदेशक, डॉ. कृष्णानंद बिजल्वान मुख्य अतिथि रहे.
उन्होंने ‘शैक्षिक नवाचारी संवाद’ टीम की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षकों द्वारा अपनी छुट्टियों का त्याग कर ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन अत्यंत प्रशंसनीय है.
इस दिन के पहले सत्र में, देहरादून के राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ के शिक्षक अरविन्द सिंह सोलंकी ने शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के ‘यू-डाइस’ पोर्टल पर विद्यालय, शिक्षकों और छात्रों की डेटा एंट्री के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
दूसरे सत्र में, चंपावत के शिक्षक और ‘शैक्षिक नवाचारी संवाद’ टीम के तकनीकी विशेषज्ञ शंकर सिंह अधिकारी ने ‘काईन मास्टर’ ऐप में विद्यालय की गतिविधियों के वीडियो बनाने, संपादन करने और उनके शैक्षिक उपयोग के बारे में बताया.
निष्कर्ष और आगामी योजनाएँ
कार्यशाला के समापन पर, ‘उत्तराखंड राज्य शैक्षिक नवाचारी संवाद’ के संस्थापक एवं मार्गदर्शक लक्ष्मण सिंह मेहता ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया और शिक्षकों से सीखी गई बातों को छात्र हित में अपने विद्यालयों में अपनाने का अनुरोध किया.
उन्होंने टीम के सभी जिला प्रभारियों से अपने-अपने जनपद में अधिक से अधिक स्वयंसेवी शिक्षकों को जोड़ने का आह्वान भी किया.
इस महत्वपूर्ण कार्यशाला में टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, देहरादून, उधम सिंह नगर, चंपावत, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर सहित विभिन्न जिलों से 150 से अधिक शिक्षकों ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया.