Doiwala Teacher Murder Case
30 अगस्त 2021 को डोईवाला के जीवनवाला में रहने वाले
सुभाष चंद्र शर्मा के लापता हो गये थे
डीआईजी जन्मेजय खंडूरी के द्वारा उनकी हत्या का खुलासा किया गया है
इस मर्डर केस से जुडी 5 प्रमुख बातें जानिये
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हत्या आरोपी से सच उगलवाने में छूटे पसीने
कहते हैं, “पुलिस के सामने तो भूत भी नाचते हैं”
लेकिन यह हत्या आरोपी अपने इरादे का हद से ज्यादा पक्का निकला
पुलिस ने सच उगलवाने के हर प्रकार के तरीके अपनाये
लेकिन ये हत्या आरोपी टस से मस नही हुआ
पहले दिन से ही स्थानीय पुलिस ने हत्या आरोपी को अपने शक के दायरे में लेकर पूछताछ शुरू की
लेकिन ये आरोपी खुद को निर्दोष बताता रहा
इसने अलग-अलग पुलिस टीम के सामने तोते की तरह रटा-रटाया एक ही जवाब दिया।
यही वजह है कि इस केस को खोलने में पुलिस को पूरे 47 दिनों का वक़्त लगा
ऐसे में पुलिस ने इस केस को खोलने के लिए फॉरेंसिक जांच,
सीसीटीवी फुटेज,फिंगर प्रिंट्स,डॉग स्क्वाड,मोबाइल लोकेशन,
कॉल डिटेल रिकॉर्ड का सहारा लिया।
Doiwala Teacher Murder Case
जानिये कब क्या हुआ
30 अगस्त 2021 शाम लगभग 7 बजे शिक्षक सुभाष चंद शर्मा अचानक लापता हुये।
31 अगस्त 2021 परिजनों द्वारा उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में लिखवायी गयी।
12 सितम्बर 2021 लापता शिक्षक को लेकर नाराज ग्रामीणों ने डोईवाला कोतवाली का घेराव किया
14 सितम्बर 2021 कांसरों के जंगल से एक लाश बरामद की गयी।
17 सितम्बर 2021 बरामद लाश का पोस्टमॉर्टेम करवाया गया।
18 सितम्बर 2021 बरामद लाश का पुलिस के द्वारा अंतिम संस्कार करवाया गया।
18 अक्टूबर 2021 डीआईजी जन्मेजय खंडूरी ने देहरादून में
प्रेस कांफ्रेंस कर लापता शिक्षक की हत्या का खुलासा किया
19 अक्टूबर 2021 लापता शिक्षक मर्डर खुलासे पर मृतक के
परिजनों और ग्रामीणों ने डोईवाला पुलिस टीम का किया स्वागत,अभिनंदन
लास्ट लोकेशन,कॉल डिटेल
पुलिस द्वारा आमतौर पर लापता व्यक्ति की लास्ट लोकेशन और
कॉल डिटेल से केस खोलने में मदद ली जाती है
लेकिन इस केस में ये सब भी शुरआती तफ्तीश में ज्यादा कारगर साबित नही हो पाये
दरअसल 30 अगस्त की शाम वह सीसीटीवी फुटेज में एक घर में जाते हुए तो दिख रहे थे
लेकिन उस घर से बाहर आते हुए नहीं दिख रहे थे
जब क्रिमिनल केस खोलने के सामान्य तौर पर अपनाए जाने
वाले तरीके काम नहीं आए तो पुलिस को स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप
SOG टीम को इस केस को खोलने में लगाना पड़ा
जिसके लिए एक नहीं बल्कि दो-दो एसओजी टीम लगाई गई
Doiwala Teacher Murder Case
जब इंस्पेक्टर और सीओ ने छान डालें गन्ने के खेत
पुलिस का शक बार-बार उस घर पर जा रहा था जहां वह आखिरी बार देखे गए
पुलिस ने अपनी जांच के दौरान इस घर की एक-एक दीवार,
फर्श को ठोक बजाकर आवाज सुनी कि कहीं डेड बॉडी को
किसी दीवार या फर्श के नीचे तो नहीं छुपा दिया गया
इसके साथ ही डोईवाला कोतवाल और सीओ पुलिस ने इस घर
के इर्द-गिर्द गन्ने के खेत छान मारे लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा
और जब अज्ञात लाश हुई बरामद
14 सितंबर 2021 को पुलिस को सूचना मिली कि कांसरों के
जंगल में एक अज्ञात डेड बॉडी है तो पुलिस ने मौके पर जाकर शव को अपने कब्जे में लिया
इस लाश के शरीर पर कोई कपड़ा नहीं था और यह इतनी बुरी तरह से सड़ गल चुकी थी
कि किसी भी तरह से इसकी पहचान नहीं हो पा रही थी
पोस्टमॉर्टेम से लेकर सारी क़ानूनी प्रक्रिया अपनाने के बाद
आखिरकार पुलिस ने स्वयं इस लावारिस लाश का दाह संस्कार किया
Doiwala Teacher Murder Case
लाश और डीएनए टेस्ट
हालांकि 14 सितंबर को पुलिस को अज्ञात लाश मिलने पर टीचर
की हत्या की आशंका तो हो गई थी लेकिन इसे साबित करना एक टेढ़ी खीर थी
क्योंकि डीएनए टेस्ट के लिए पहली शर्त कोर्ट की अनुमति और
जज के सामने डीएनए सैंपल लिए जाना तो था ही लेकिन इससे भी बड़ी समस्या यह थी
की डीएनए टेस्ट में माता या पिता दोनों में से किसी एक से डीएनए मैच होना था
इस केस में मृतक के माता और पिता दोनों का ही स्वर्गवास हो चुका था
इसलिए पुलिस को डीएनए टेस्टिंग से भी हाथ पीछे खींचने पड़े
Doiwala Teacher Murder Case