डोईवाला में पूर्व सैनिकों ने स्कूली बच्चों के साथ पौधरोपण कर दिया ‘पर्यावरण संरक्षण का संदेश’
Doiwala Ex-servicemen planted saplings

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : डोईवाला के भानियावाला स्थित कर्नल पब्लिक स्कूल में Doiwala Ex-serevicemen पूर्व सैनिकों के द्वारा स्कूली बच्चों के संग मिलकर पौधरोपण किया गया
जिसके माध्यम से उन्होंने समाज में ‘पर्यावरण संरक्षण’ का संदेश देने का काम किया है Doiwala Ex-servicemen planted saplings
कर्नल पब्लिक स्कूल भनियावाला में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम ने पूर्व सैनिकों की पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया।
इस कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों और स्कूली छात्रों ने मिलकर सामूहिक पौधारोपण किया, जो न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक प्रयास था, बल्कि युवा पीढ़ी को प्रकृति संरक्षण का महत्व समझाने का भी एक सशक्त माध्यम बना।
इस अभियान में केंद्रीय अध्यक्ष (सेनि) कर्नल रघुवीर सिंह भंडारी, कमांडर (सेनि) एस एस माथरू, बी पी शर्मा, लेफ्टिनेंट (सेनि) अशोक कुमार वर्मा जैसे वरिष्ठ पूर्व सैनिकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष महत्व प्रदान किया।
इन अनुभवी सैनिकों ने अपने ज्ञान और अनुभव का उपयोग करते हुए छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में समझाया।Doiwala Ex-servicemen planted saplings
पूर्व सैनिकों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि देश की सेवा सिर्फ सीमाओं की रक्षा तक ही सीमित नहीं है। सेवानिवृत्ति के बाद भी, ये वीर अपने देश की सेवा पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कर रहे हैं।
उनका अनुशासन, समर्पण और नेतृत्व कौशल ऐसे कार्यक्रमों को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इस तरह के कार्यक्रम न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाते हैं, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी देते हैं। यह दिखाता है कि हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी उम्र या पृष्ठभूमि का हो, पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकता है।
स्कूल के छात्रों के साथ मिलकर पौधारोपण करना एक रणनीतिक कदम है।
यह युवा पीढ़ी को प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाता है और उन्हें भविष्य में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करता है।
पूर्व सैनिकों की उपस्थिति छात्रों के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में काम करती है, जो उन्हें देश और प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित करती है
Doiwala Ex-servicemen planted saplings
इस तरह के प्रयास न केवल स्थानीय पर्यावरण को लाभान्वित करते हैं, बल्कि एक बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन से लड़ने में भी योगदान देते हैं।
पूर्व सैनिकों की इस पहल से प्रेरित होकर, अन्य संस्थान और समुदाय भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं, जिससे पर्यावरण संरक्षण एक व्यापक जन आंदोलन बन सकता है।