देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : आज Dehradun के Patelnagar में दो पक्षों के बीच Land dispute हो गया
इनमें से एक पक्ष के एक व्यक्ति की आकस्मिक मृत्यु हो गयी है
जिसकी मृत्यु के बारे में जहां हॉस्पिटल द्वारा मृत्यु का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया
वहीं पोस्टमॉर्टेम में मृत्यु का कारण अनिश्चित बताया गया है
Dehradun Patelnagar Land Dispute
विवाद का कारण
23 जुलाई 2024 को द्वारकापुरी चंद्रबनी कोतवाली पटेल नगर क्षेत्र में एक जमीनी विवाद उभर कर सामने आया।
इस विवाद के दो पक्ष थे – एक तरफ राधा थापा (वीर बहादुर थापा की पत्नी) और
दूसरी तरफ अंशुल चौधरी (इकबाल सिंह का पुत्र)।
दोनों पक्ष एक ही भूमि पर अपना अधिकार जता रहे थे और उसकी रजिस्ट्री व कब्जे का दावा कर रहे थे।
घटनाक्रम उस समय तेज हुआ जब अंशुल चौधरी के परिवार ने सुबह के समय विवादित भूखंड पर टीन शेड लगाने का प्रयास किया।
राधा थापा के पक्ष ने इस कार्रवाई पर आपत्ति जताई और उसे रोकने की कोशिश की।
Dehradun Patelnagar Land Dispute
इस प्रयास के चलते दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कंट्रोल रूम के माध्यम से कोतवाली पटेलनगर को सूचना दी गई।
स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया।
पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की और
दोनों पक्षों को घटना के संबंध में अपनी शिकायत थाने में दर्ज कराने का निर्देश दिया।
विवाद की पृष्ठभूमि और पूर्व घटनाएं
इस विवाद की जड़ें गहरी थीं।
जांच के दौरान यह जानकारी सामने आई कि
अंशुल चौधरी की माता श्रीमती शिमला देवी ने पहले ही इस मामले में एक शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने आरोप लगाया था कि राधा थापा ने उनके द्वारा आरकेडिया ग्रान्ट में खरीदे गए भूखंड पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।
इस शिकायत की जांच एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) द्वारा की गई थी।
जांच के बाद, एसआईटी ने शिमला देवी के पक्ष को सही पाया और
यह निष्कर्ष निकाला कि राधा थापा ने गलत खसरे पर अवैध रूप से कब्जा किया था।
इस संबंध में एक रिपोर्ट जिलाधिकारी देहरादून को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी गई थी।
Dehradun Patelnagar Land Dispute
दुर्भाग्यपूर्ण मौत और पोस्टमार्टम रिपोर्ट
विवाद के बाद एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।
राधा थापा के पति वीर बहादुर थापा (54 वर्ष, स्व. जंग बहादुर थापा के पुत्र) की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
उन्हें तुरंत वेलमेड अस्पताल ले जाया गया,
लेकिन दुर्भाग्य से उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
वेलमेड अस्पताल ने पुलिस को एक डेथ मेमो जारी किया,
जिसमें यह उल्लेख किया गया था कि वीर बहादुर थापा की मृत्यु अचानक कार्डियक अरेस्ट के कारण हुई।
पुलिस ने नियमानुसार मृतक के शव का पंचायतनामा भरा और पोस्टमार्टम कराया।
पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण “अनिश्चित” (uncertain) बताया और
मृतक का विसरा (viscera) संरक्षित किया गया।
Dehradun Patelnagar Land Dispute
यह कदम आगे की जांच के लिए उठाया गया,
ताकि मृत्यु के सटीक कारण का पता लगाया जा सके।
इस प्रकार, एक सामान्य भूमि विवाद ने एक जटिल और त्रासद मोड़ ले लिया,
जिसमें कानूनी, सामाजिक और चिकित्सकीय पहलू शामिल हो गए।
यह घटना स्थानीय प्रशासन और कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई,
जिसमें न्याय और शांति स्थापित करने की जिम्मेदारी उन पर आ गई।