दिल्ली ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है टीवी चैनलों पर कांग्रेस का दम ठोकने वाले पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने पार्टी से पूरी तरह से किनारा कर लिया है
वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता Professor Gaurav Vallabh प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने Indian National Congress भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है
उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखा है
जिसमें उन्होंने अपने इस्तीफे के कारणों पर प्रकाश डाला है
प्रोफेसर गौरव वल्लभ द्वारा लिखे पत्र के कुछ अंश
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है
भावुक हूं मन व्यथित है,काफी कुछ कहना चाहता हूं ,लिखना चाहता हूं ,बताना चाहता हूं ,लेकिन मेरे संस्कार ऐसा कुछ भी कहने से मना करते हैं जिससे दूसरों को कष्ट पहुंचे
फिर भी मैं आज अपनी बातों को आपके समक्ष रख रहा हूं क्योंकि मुझे लगता है कि सच को छुपाना भी अपराध है और मैं अपराध का भाग नहीं बनना चाहता
महोदय में वित्त का प्रोफेसर हूं कांग्रेस पार्टी की सदस्यता हासिल करने के बाद पार्टी ने राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया
कई मुद्दों पर पार्टी का पक्ष दमदार तरीके से देश की महान जनता के समक्ष रखा लेकिन पिछले कुछ दिनों से पार्टी के स्टैंड से ऐसा महसूस कर रहा हूं
जब मैंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन किया तब मेरा मानना था कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है जहां पर युवा बौद्धिक लोगों की उनके आइडिया की कदर होती है
लेकिन पिछले कुछ वर्षों से मुझे यह महसूस हुआ की पार्टी का मौजूदा स्वरूप नए आइडिया वाले युवाओं के साथ खुद को एडजस्ट नहीं कर पाती
पार्टी का ग्राउंड लेवल कनेक्ट पूरी तरह से टूट चुका है जो नए भारत की आकांक्षा को बिल्कुल भी नहीं समझ पा रही है
जिसके कारण ना तो पार्टी सत्ता में आप आ रही है और ना ही मजबूत विपक्ष की भूमिका ही निभा पा रही है
इससे मेरे जैसा कार्यकर्ता हतो उत्साहित होता है
बड़े नेताओं और जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच की दुरी पटना बेहद कठिन है जो की राजनीतिक रूप से जरूरी है
जब तक एक कार्यकर्ता अपने नेता को डायरेक्ट सुझाव नहीं दे सकता तब तक किसी भी प्रकार का सकारात्मक परिवर्तन संभव नहीं है
अयोध्या में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से में क्षुब्ध हूं
मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं
पार्टी के इस स्टैंड से मुझे हमेशा हताश किया परेशान किया
पार्टी व गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं और पार्टी का उसे पर चुप रहना उसे मौन स्वीकृति देना है
इन दिनों पार्टी गलत दिशा में आगे बढ़ रही है
एक और हम जाति आधारित जनगणना की बात करते हैं वहीं दूसरी और संपूर्ण हिंदू समाज के विरोधी नजर आ रहे हैं
यह कार्य शैली जनता के बीच पार्टी को एक खास धर्म विशेष के ही हिमायती होने का भ्रामक संदेश दे रही है
यह कांग्रेस के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है
अंत में उन्होंने कहा है कि पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है उसमें मैं खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहा
मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं और ना ही सुबह शाम देश के वेल्थ क्रिएटर को गाली दे सकता हूं
इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों व प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं
प्रोफेसर गौरव वल्लभ