( आरोप ) कोरोना में जरूरतमंदों को बांटने का राशन स्टोर में सड़ा,ऋषिकेश में कोंग्रेसियों ने की उच्च स्तरीय जाँच की मांग

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( PRIYANKA SAINI )
देहरादून : कोविड-19 की दूसरी लहर में लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को बांटने के लिए रखा गया राशन सड़ गया। जिससे आक्रोशित कांग्रेसियों ने उप जिलाधिकारी ,ऋषिकेश को ज्ञापन देते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कोरोना में लॉकडाउन को लेकर पिछले साल और इस साल भी सरकार ने जरूरतमंदों को बांटने के लिए ऋषिकेश तहसील में राशन स्टोर करवाया था।
लेकिन दो दिन पहले ही जानकारी मिली कि ऋषिकेश तहसील के स्टोर में राशन जरूरतमंद को पूरी मात्रा में नहीं बांटा गया और वह रखा-रखा सड़ गया है।
जयेंद्र रमोला ने कहा कि ऐसे में हमें कहीं ना कहीं प्रशासन की असंवेदनशीलता और लापरवाही नजर आती है।
इसके मानवीय और प्रशासनिक पहलू को देखते हुए इस प्रकरण की जांच जिला स्तर पर उच्च अधिकारियों से कराए जाने की मांग की जाती है।
पूर्व काबीना मंत्री शूरवीर सिंह सजवान ने कहा कि यह बड़ी लापरवाही का मामला है।
प्रशासनिक कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए उन्होंने कहा कि कोई इतना असंवेदनशील कैसे हो सकता है ?
कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोग जहां दाने-दाने को परेशान थे ऐसे समय में उनके लिए मदद के रूप में रखे गए राशन का ना पहुंच पाना एक बड़ी लापरवाही का मामला है।
इसमें उच्च अधिकारी से जांच करवाना न्यायोचित होगा ताकि दोषियों का पर्दाफाश हो और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि मैं स्वयं इसकी उच्चस्तरीय जाँच के लिये आगे कार्यवाही को लिखूँगा ।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, पार्षद राकेश सिंह, पार्षद जगत सिंह नेगी, एडवोकेट पुष्कर बंगवाल, पूर्व प्रधान वेद प्रकाश शर्मा,
पूर्व प्रधान जयेन्द्र पाल सिंह रावत, राजकुमार तलवार, पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य विजय सिंह राणा, सेवादल नगर अध्यक्ष रामकुमार भतालिये,
एडवोकेट अभिनव मलिक, विक्रम भण्डारी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुमित त्यागी, पुरंजय राजभर, गौरव यादव, इमरान सैफी, अमित कश्यप, विजेन्द्र सिंह, प्यारेलाल जुगरान आदि उपस्थित थे ।