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देहरादून में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमितों का ये कारण बताया कैबिनेट मंत्री ने

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देहरादून : कॉविड प्रभारी और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज

जिले की कॉविड व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर जायजा लिया।

उनके द्वारा दिए गए निर्देशों की धरातल पर हकीकत को जानने का प्रयास किया।

इस दौरान उन्होंने देहरादून में सर्वाधिक कोविड

संक्रमितों की संख्या के बारे में भी अपने विचार बताये।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज आत्माराम धर्मशाला, किशननगर स्थित कोविड टीकाकरण केन्द्र ,

सर्वे चौक स्थित तीलू रौतेली महिला छात्रावास भवन में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया।

तो ये है देहरादून में सर्वाधिक कोरोना संक्रमितों का कारण :—

देहरादून में संक्रमितों की सर्वाधिक संख्या के संबंध में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि

देहरादून नगर की आबादी के अलावा पूरे राज्य से मरीज यहां आ रहे हैं।

इसके अलावा राज्य की सीमा से सटे पड़ोसी राज्यों,

उत्तर प्रदेश, हिमाचल, पंजाब तथा दिल्ली

तक के मरीज यहां के अस्पतालों में उपचार हेतु आ रहे हैं।

जिस कारण यहां आंकड़े बढ़ रहे हैं।

हालांकि हम लगातार सभी को उपचार प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।

उन्होंने अधिकारियों को कोविड कर्फ्यू का सख्ती से अनुपालन करवाने के निर्देश दिए

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सरकार नागरिकों के अमूल्य

जीवन की रक्षा करने के लिए हर स्तर पर प्रयासरत है।

एक ओर कोविड उपचार सुविधाओं का लगातार विकास किया जा रहा है।

लगातार नए अस्पतालों को कोविड उपचार हेतु उपलब्ध करवाया जा रहा है।

विकासनगर, धूलकोट, गढ़ीकैंट, तथा आई0डी0पी0एल0

इत्यादि में कोविड केयर सेंटर विकसित किए जा रहे हैं।

टीकाकरण की गति को लगातार बढ़ाया जा रहा है।

इसके अलावा कोविड परिस्थितियों में आक्सीजन, दवाईयों, आवश्यक वस्तुओं

की कालाबाजारी तथा ओवररेटिंग न हो इसके लिए लगातार व्यवस्था बनाई जा रही है।

मुख्यमंत्री लगातार कोविड उपचार तथा अन्य व्यवस्थाओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मीटिंग में अधिकारियों को खुद मैंने ही जो निर्देश दिए हैं,

उनका अनुपालन जिला प्रशासन और पुलिस

किस तरह कर रही है यही देखने के लिए मैं सड़कों पर उतरा हूं।

उन्होंने कहा कि सरकार के लिए जनता का जीवन बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता है।

इसलिए यदि नागरिकों का जीवन बचाने के लिए यह अंतिम विकल्प

हुआ तो लाॅकडाउन के विकल्प पर भी विचार किया जा सकता है।

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