Dehradun

डोईवाला एसडीएम ऑफिस में पहली कोर्ट मैरिज संपन्न

जानकारी के अनुसार आज एसडीएम ऑफिस डोईवाला में एक विधुर और विधवा स्त्री ने वैवाहिक बंधन के साथ ही अपने जीवन की एक नयी शुरआत की है.
वर और वधु दोनों ही स्थानीय निवासी हैं शादी संपन्न करवाने वाले अधिवक्ता अवधेश लोधी ने अनुसार यह डोईवाला की पहली कोर्ट मैरिज है.
माजरी निवासी मनोज पाल ने अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से जानकारी शेयर करते हुये सभी से वर-वधु को शुभकामनायें देने का अनुरोध किया है.
वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम
यूके तेज से जुड़ने के लिये
वाट्सएप्प करें 8077062107
रजनीश प्रताप सिंह तेज

देहरादून : प्राप्त जानकारी के मुताबिक डोईवाला के उप जिलाधिकारी कार्यालय में आज पहली कोर्ट मैरिज संपन्न हुई है.

जिलाधिकारी देहरादून ने जारी किया था आदेश

16 जनवरी 2023 को जिला अधिकारी देहरादून ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि कार्यालय आदेश संख्या 3949/12 (2018-21) वरि0 प्रशा0अधि0 (राजस्व) दिनांक 28 मई 2019 के द्वारा जनपद देहरादून में तैनात अधिकारियों के मध्य कार्य विभाजन के अनुसार समस्त उप जिला अधिकारियों को अपने सब डिवीजन में विशेष विवाह अधिकारी नामित किया गया है.

वर-वधू ने पहनायी जयमाला तो बजी तालियां 

एडवोकेट अवधेश लोधी से प्राप्त जानकारी के अनुसार माजरी ग्रांट में रहने वाले सुभाष पाल आज कुड़कावाला की रहने वाली अलका रानी के साथ वैवाहिक बंधन में बंध गए.

आज दोपहर ठीक 1:20 पर अलका रानी ने एसडीएम डोईवाला शैलेंद्र नेगी की उपस्थिति में सुभाष पाल को जब वरमाला पहनाई तो वहां उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया.

सुभाष पाल ने भी अलका रानी को जय माला पहनाई.इसके साथ ही वर-वधू ने सरकारी दस्तावेजों पर अपने हस्ताक्षर किए.

एडवोकेट अवधेश लोधी ने बताया कि इससे पूर्व कोर्ट मैरिज की सुविधा देहरादून जिला अधिकारी कार्यालय में हुआ करती थी लेकिन लगभग 1 माह पूर्व अनुरोध करने पर डोईवाला में कोर्ट मैरिज के लिए जिला अधिकारी देहरादून के द्वारा डोईवाला एसडीएम ऑफिस के लिये अप्रूवल दिया है.

एडवोकेट अवधेश लोधी ने जानकारी प्रदान की है कि यह डोईवाला की पहली कोर्ट मैरिज है जिसमें सुभाष पाल पुत्र बाबू पाल निवासी माजरी ग्रांट और अलका रानी पुत्री बाबूराम निवासी कुड़कावाला के मध्य यह विवाह हुआ है.

इस विवाह के दौरान वर पक्ष से गवाह के तौर पर सुभाष पाल का भाई सागर और उसके मामा गवाह रहे जबकि वधु अलका रानी की ओर से उसके पिता बाबूराम इस विवाह के गवाह बने हैं.

 

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!