ऋषिकेश के सात मोड़ पर दुर्घटना,बस के मलबे में फंसा स्कूली बच्ची का पैर
Accident at the seventh turn of Rishikesh, a school girl's leg got stuck in the debris of the bus

देहरादून,25 दिसंबर 2024 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : ऋषिकेश के प्रसिद्ध सात मोड़ के पास बीते रोज एक रोड़ एक्सीडेंट हो गया.
Accident at the saat mode of Rishikesh, a school girl’s leg got stuck in the debris of the bus.
ऋषिकेश मार्ग पर सात मोड़ के पास एक स्कूली बस के पलटने से हड़कंप मच गया.
घटना में एक छात्रा बस में फंस गई थी.
जिसे रेस्क्यू कर लिया गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बागेश्वर से महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, देहरादून जा रही एक स्कूली बस सात मोड़ के पास अनियंत्रित होकर पलट गई.
बस में करीब 45 छात्राएं सवार थीं.
जो एक स्पोर्ट्स इवेंट में भाग लेने जा रही थीं.
घटना की जानकारी मिलते ही SDRF की टीमें वाहिनी मुख्यालय और ढालवाला से तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुईं.
दुर्घटना में सबसे चिंताजनक स्थिति 16 वर्षीय नैन्सी टाकुली की थी,
जिसका पैर बस के मलबे में फंस गया था।
SDRF और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने बड़ी सावधानी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और नैन्सी को सकुशल बाहर निकाला।
हादसे में लगभग 10-12 छात्राओं को मामूली चोटें आईं,
जिन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भेजा गया।
स्थानीय प्रशासन ने शेष छात्राओं के लिए तत्काल वैकल्पिक परिवहन की व्यवस्था की।
सभी सुरक्षित छात्राओं को एक अन्य बस में स्थानांतरित कर देहरादून भेजा जा रहा है,
जहां वे निर्धारित कार्यक्रम में भाग ले सकेंगी।
SDRF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारी प्राथमिकता सभी बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
टीम ने बिना समय गंवाए रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया।
स्थानीय लोगों का भी सहयोग सराहनीय रहा।”
स्थानीय पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य:
रेस्क्यू ऑपरेशन: SDRF और जिला पुलिस ने मिलकर प्रभावी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।
चिकित्सा सुविधाएं: घायल छात्राओं को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
परिवारों को सूचित किया गया: सभी छात्राओं के परिवारों को इस घटना की सूचना दे दी गई है।
जांच के आदेश: दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए गए हैं।
इस घटना ने एक बार फिर पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा के मुद्दे को सामने ला दिया है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस मार्ग पर सुरक्षा के अतिरिक्त उपायों की मांग की है।