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“गूगल में रिव्यू व रेटिंग” का वर्क फ्रॉम होम लालच देकर चल रहा ठगी का धंधा,लगी लाखों की चपत

A fraudulent business is being run by luring people with the promise of "reviews and ratings on Google" and work from home, causing losses of lakhs.

देहरादून,12 दिसंबर 2025 : “Easy Money” कमाना अक्सर महंगा पड़ता है ऐसा ही एक मामला सामने आया जब एक शख्स ने स्वयं को एक नामी-गिरामी कंपनी का बताते हुए गूगल पर रिव्यु और रेटिंग (Review and Rating on Google) कर घर बैठे रुपये कमाने का लालच दिया जिसके बदले एक व्यक्ति से लाखों रुपयों की रकम ठग ली.

ठगी के जाल में इस तरह फंसाया

यह मामला सितम्बर 2025 को उत्तराखंड की Cyber Police के सामने आया

हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति इस साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुआ है.

इस व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि अज्ञात साइबर अपराधियों ने उससे संपर्क साधा

उन्होंने स्वंय को ‘CME Group’ कम्पनी से बताया.

उन्होंने व्हाट्सएप पर गूगल रिव्यू के बदले सैलरी का झांसा दिया.

हरिद्वार निवासी शिकायतकर्ता यह व्यक्ति उनके जाल में फंस गया.

एक टेलीग्राम लिंक (Telegram Link)  के माध्यम से उसे ‘CME Group’ कंपनी ग्रुप से जोड़ा गया,

जहाँ उन्हें विभिन्न कार्यों के लिए प्रीपेड राशि जमा करने को कहा गया,

शिकायतकर्ता ने कई बैंक खातों और यूपीआई आईडी में कुल 70,31,436 रुपये जमा किए।

बाद में, उन्हें फंड निकालने के लिए क्रेडिट स्कोर बढ़ाने और टैक्स चुकाने के बहाने और पैसे मांगे गए, लेकिन फंड निकालने से मना कर दिया गया।

शिकायतकर्ता को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी की गयी है।

इस शिकायत पर एसएसपी (स्पेशल टास्क फोर्स) कुश मिश्रा के निर्देश पर साइबर पुलिस के इंस्पेक्टर आशीष गुसाईं ने की

ऐसे हुई मामले की जांच

साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों , व्हाट्सअप की जानकारी जुटाने के प्रयास शुरू किये गये

इसके लिए साइबर पुलिस ने सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचाकर कर डेटा प्राप्त किया गया।

साइबर पुलिस ने प्राप्त डेटा के विश्लेषण से जानकारी जुटायी

जिससे पता चला कि साईबर अपराधियो द्वारा घटना में पीड़ित से विभिन्न बैंक खातों में धनराशि स्थानान्तरित करवायी गयी ।

इसके बाद प्राप्त डेटा के विश्लेषण से पुलिस टीम द्वारा अभियोग में प्रकाश में आए बैंक खातों तथा मोबाइल नम्बरों का सत्यापन किया गया ।

इन्वेस्टीगेशन के दौरान पता चला कि जनास्मॉल फाईनैन्स बैंक के खाते में दिनांक 17/09/2025 को मुकदमा वादी से धोखाधड़ी कर कुल 23,01,374 रुपये डलवाये गये है

जिसका खाताधारक निक्की जैन पुत्र विनोद कुमार जैन निवासी 1275 उनियारों का रास्ता चांदपौल बाजार जयपुर राजस्थान के नाम पर होना पाया गया.

तथा इस खाते से सम्बन्धित एसएमएस एलर्ट नम्बर का लोकेशन जयपुर में ही होना पाया गया.

साइबर पुलिस ने इस खाते से लिंक जीमेल आईडी से सम्बन्धित लिंक मोबाइल नंबर की तलाश की.

तो मालूम चला की यह मोबाइल नंबर भी जयपुर राजस्थान में चल रहा था.

बैंक से प्राप्त स्टेटमैन्ट देखने पर पता चला कि शिकायतकर्ता से उक्त जनास्मॉल फाईनेन्स बैंक खाते में धोखाधड़ी से डलवायी गयी धनराशि रुपये 23,01,374/- उक्त खाता धारक निक्की जैन उपरोक्त द्वारा स्वंय रुपये 22,90,000/- निकालना दर्शाया गया.

जिसके आधार पर खाता धारक निक्की जैन की अपराध में पूर्ण संलिप्तता पायी गयी है

निक्की जैन की गिरफ्तारी

निक्की जैन की तलाश में एसएमएस एलर्ट नम्बर की लोकेशन के आधार पर साइबर क्राइम देहरादून पुलिस टीम जयपुर, राजस्थान के थाना झोटवाडा पहुंची.

स्थानीय पुलिस की मदद से संजय नगर थाना झोटवाड़ा जयपुर राजस्थान पर दबिश दी गयी तो नहीं मिला.

उक्त निक्की जैन के सम्बन्ध में स्थानीय लोगों से पूछताछ करने पर पता लगा कि संदिग्ध निक्की जैन उपरोक्त को पुलिस टीम के आने की भनक लगने पर मौबाईल बन्द कर फरार हो गया ।

जिसके बाद पुनः मुखबिर सक्रीय किये गये

इसके साथ ही जीमेल से लिंक मोबाईल नम्बर की लोकेशन के आधार पर सागानेर थाना मुहाना क्षेत्र में निक्की जैन की उपस्थिति पायी गयी.

जिस पर पुलिस टीम थाना मुहाना जयपुर राजस्थान पहुंची.

स्थानीय पुलिस की मदद से संदिग्ध निक्की जैन को दिनांक 09/12/2025 को जयपुर राजस्थान से गिरफ्तार किया गया।

बरामदगी गिरफ्तार अभियुक्त

1. मोबाइल फोन Realme मय सिम कार्ड
2. मोबाइल फोन OPPO मय सिम कार्ड

पुलिस टीम

1. निरीक्षक आशीष गुसांई
2. उप निरीक्षक हिम्मत सिंह
3. अपर उप निरीक्षक गोपाल सिंह
4. आरक्षी सोहन बडोनी

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