देहरादून ( आर पी सिंह ) : डोईवाला पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के एक शातिर बाइक चोर को पकड़ा है।
यह चोर डोईवाला से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने इस चोर से पांच चोरी की बाइक भी बरामद की हैं।
इस गिरफ्तारी से डोईवाला में हुई दो बाइक चोरी की घटनाओं का भी खुलासा हो गया है।
आरोपी का नाम अंकित कुमार है।
वह छत्रपाल का बेटा है।
अंकित बिजनौर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
उसकी उम्र 21 साल है।
वह लालतप्पड़ में सोलटेक कंपनी में मजदूर का काम करता था।
डोईवाला में दो बाइक चोरी की घटनाएं
पहली घटना: संदीप कुमार की बाइक चोरी
• यह घटना 9 सितंबर 2024 को हुई।
• संदीप कुमार लालतप्पड़, डोईवाला के रहने वाले हैं।
• उनकी बाइक का नंबर UK-14-E-4921 था।
• यह बाइक मोचिको कंपनी की पार्किंग से चोरी हुई।
• संदीप ने इसकी शिकायत डोईवाला पुलिस स्टेशन में दी।
• पुलिस ने केस नंबर 271/24 दर्ज किया।
दूसरी घटना: प्रिंस कुमार की बाइक चोरी
• यह घटना 10 सितंबर 2024 को हुई।
• प्रिंस कुमार मूल रूप से बिजनौर के हैं।
• वे अभी माजरीग्रांट, डोईवाला में रहते हैं।
• उनकी बाइक का नंबर UP-20-BY-3482 था।
• यह बाइक भी मोचिको कंपनी की पार्किंग से चोरी हुई।
• प्रिंस ने भी डोईवाला पुलिस स्टेशन में शिकायत दी।
• पुलिस ने केस नंबर 273/24 दर्ज किया।
दोनों घटनाओं में समानताएं
• दोनों बाइक एक ही जगह से चोरी हुईं – मोचिको कंपनी की पार्किंग से।
• दोनों चोरियां लगभग एक ही समय में हुईं – एक दिन के अंतर से।
• दोनों मामलों में चोर अज्ञात थे।
• दोनों पीड़ितों ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
चोरी की योजना और छिपाने का तरीका
अंकित ने एक चालाक योजना बनाई थी।
वह सोलटेक कंपनी और मोचिको कंपनी के बाहर पार्किंग से बाइक चुराता था।
फिर वह इन बाइकों को डोईवाला के जंगल में छिपा देता था।
वह बाइकों की नंबर प्लेट निकालकर फेंक देता था।
ऐसा वह इसलिए करता था ताकि बाइकों की पहचान न हो सके।
अंकित इन चोरी की बाइकों को बिजनौर में बेचने की योजना बना रहा था।
वह इन्हें कबाड़ी को बेचना चाहता था।
जब पुलिस ने उसे पकड़ा, तब वह इन बाइकों को बेचने के लिए बिजनौर जा रहा था।
पुलिस की कड़ी मेहनत और सफलता
यह सफलता आसानी से नहीं मिली। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने इस मामले को गंभीरता से लिया।
उन्होंने डोईवाला थाने के प्रभारी निरीक्षक को कड़े निर्देश दिए।
एक विशेष पुलिस टीम बनाई गई।
इस टीम ने कड़ी मेहनत की।
उन्होंने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
वे लगातार सुराग ढूंढते रहे।
उन्होंने हर छोटी-बड़ी जानकारी इकट्ठा की।
एसएसपी देहरादून के निर्देश पर नियमित वाहन चेकिंग की जा रही थी।
11 सितंबर 2024 को इसी चेकिंग के दौरान अंकित पकड़ा गया।
उसके पास एक चोरी की बाइक थी, जिसका नंबर UK-14-E-4921 था।
जब पुलिस ने अंकित से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने चार और चोरी की बाइकों के बारे में बताया।
उसने बताया कि उसने इन बाइकों को बाल कुंआरी के जंगल में छिपा रखा है।
पुलिस ने तुरंत वहां जाकर ये बाइकें बरामद कर लीं।
अंकित का अपराधी इतिहास और नशे की लत
पूछताछ में पता चला कि अंकित पहले भी अपराध कर चुका है।
जनवरी 2024 में वह बिजनौर में बाइक चोरी के एक मामले में जेल जा चुका है।
यह भी पता चला कि अंकित नशे का आदी है।
इस गिरफ्तारी से डोईवाला क्षेत्र में हो रही बाइक चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगने की उम्मीद है।
पुलिस की इस कार्रवाई से लोगों में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी।
यह घटना बताती है कि अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचना मुश्किल है।