भक्ति और धोखे का अजीब संगम ! चारधाम यात्रा में हरिद्वार की ट्रैवल एजेंसी ने खेला “काला खेल”,मुकदमा दर्ज
Strange confluence of devotion and deception! Haridwar's travel agency played "black game" in Chardham Yatra, case registered
देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : चारधाम यात्रा पर आए 30 तीर्थयात्रियों (16 पुरुष और 14 महिलाएं) के साथ हरिद्वार की एक ट्रैवल एजेंसी ने काला खेल खेला।
ऋषिकेश में रजिस्ट्रेशन चेकिंग के दौरान फर्जी रजिस्ट्रेशन का खुलासा हुआ।
तीर्थयात्रियों ने थाना ऋषिकेश में मुख्य आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।
क्या आपने सोचा था कि चारधाम यात्रा पर आकर आपको केवल भक्ति और सुकून मिलेगा ?
तो आप गलत थे!
कम से कम महाराष्ट्र से आए 30 तीर्थयात्रियों (16 पुरुष और 14 महिलाएं) के साथ तो ऐसा ही हुआ।
इन तीर्थयात्रियों ने हरिद्वार की एक ट्रैवल एजेंसी, ‘कोनार्क ट्रैवल्स’ से दो धामों (बद्रीनाथ और केदारनाथ) की यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था।
लेकिन ऋषिकेश में रजिस्ट्रेशन चेकिंग के दौरान, एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
उनका रजिस्ट्रेशन… फर्जी था!
ट्रैवल एजेंसी ने तारीखों में हेरफेर कर तीर्थयात्रियों को धोखा दिया था।
यह सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो गए होंगे, ना?
लेकिन चिंता न करें!
क्योंकि तीर्थयात्रियों ने हार नहीं मानी।
उन्होंने थाना ऋषिकेश में ‘कोनार्क ट्रैवल्स’ और उसके ‘अभि’ नामक कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
पुलिस ने भी तुरंत कार्रवाई करते हुए धारा 420, 468 और 120 बी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
अब ‘अभि’ को कानून का सामना करना होगा।
लेकिन यह तो केवल शुरुआत है।
उत्तराखंड सरकार ने भी इस घटना पर संज्ञान लिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
साथ ही, तीर्थयात्रियों की आगे की यात्रा का इंतजाम भी कराया गया है।
इस घटना से हमें कई सबक मिलते हैं।
कभी भी किसी भी ट्रैवल एजेंसी पर आँख बंद करके भरोसा न करें।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करते समय सावधान रहें।
रजिस्ट्रेशन की पुष्टि जरूर कर लें।
और सबसे महत्वपूर्ण बात, यदि आपके साथ कोई धोखा होता है, तो हार न मानें।
कानून आपके साथ है।
यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि इस दुनिया में अच्छे लोग भी हैं।
उत्तराखंड सरकार और पुलिस ने तीर्थयात्रियों की मदद के लिए तत्परता दिखाई।
यह तीर्थयात्रियों के लिए राहत की बात है।
आइए हम सब मिलकर इस तरह की घटनाओं को रोकने का प्रयास करें।
ताकि तीर्थयात्री बिना किसी डर के चारधाम यात्रा का आनंद ले सकें।