Veer Chakra Martyr Doiwala : रोमांच और शौर्य से भरपूर घटना, “वीर चक्र” से सम्मानित डोईवाला के इस शहीद को आप भी कहेंगें “जय हिन्द”

Veer Chakra Martyr Doiwala
नमस्कार मित्रों,आज हम आपको डोईवाला के एक ऐसे सपूत का किस्सा बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप भी उनके अदम्य साहस और शौर्य को सलाम करेंगे और गर्व करेंगे भारत माता के ऐसे सपूत पर
आज डोईवाला में उनकी मूर्ति का लोकार्पण किया जायेगा
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देहरादून : Veer Chakra Martyr Doiwala
पेश है रजनीश प्रताप सिंह की स्पेशल रिपोर्ट
भारत माता का सपूत जिसने उत्तराखंड की पावन भूमि पर हिमालय और शिवालिक पर्वतों के बीच बसी दून घाटी के डोईवाला में जन्म लिया
Indo-Pak War of 1971
1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 5 वीं गोरखा राइफल्स की एक बटालियन की एक कंपनी पूर्वी सेक्टर में शत्रु के बचे-खुचे सैनिकों का सफाया कर रही थी
इस बीच यह जांबाज लांस नायक एक सेक्शन का कमान कर रहे थे और उन्हें इमारती क्षेत्र में से शत्रु को बाहर निकालने का कार्य सौंपा गया था Veer Chakra Martyr Doiwala
जब वह आगे बढ़ रहे थे तो उनके सेक्शन पर शत्रु ने एक खिड़की में से मंझली मशीन गन से फायर करना शुरू कर दिया
वह अपनी जान की तनिक परवाह किए बिना दुश्मन की मशीन गन के फायर को झेलते हुए रेंगकर खिड़की तक जा पहुंचे और वहीं अंदर जाकर खिड़की के अंदर उन्होंने हथगोला फेंका
जिससे गन को क्षति पहुंची और उस पर काम करने वाले शत्रु के जवान मारे गए
इस अवसर पर सड़क के पार वाली दुश्मन की मशीन गन से उन पर फायर किया गया यह लांस नायक मशीन गन की तरफ धावा बोल दिया Veer Chakra Martyr Doiwala
ऐसा करते हुए शत्रु की मशीन गन की गोलियों की बौछार उनके मुख पर पड़ी जिसके कारण उन्होंने वीरगति पायी
इस कार्यवाही के दौरान इस लांसनायक ने उच्च कोटि की वीरता का परिचय दिया जिसके लिए भारत सरकार ने उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया