“यूके तेज” ग्रुप से जुड़ने के लिए वाट्सएप्प मैसेज करें :—–रजनीश सैनी 80770-62107 देहरादून : आज 5 अगस्त को नाग पंचमी है जिसे “नाग जयंती” के नाम से भी जाना जाता है।
विडियो में पंडित रमेश तिवारी हमें बता रहे हैं इसका शुभ मुहर्त,पूजन विधि।
क्यूं मनाते हैं नाग पंचमी ?
पंडित रमेश तिवारी का कहना है कि आज के दिन नागों की उत्पति का दिन माना जाता है।
आप विडियो देखियेगा :—-
इस दिन चार जाति के पांच नाग कल्कि,वासुकि,अनंत,तक्षक और कर्कोटक की उत्पति मानी गयी है।
आज का शुभ मुहर्त क्या है ?
पंडित जी के अनुसार आज ब्रह्म मुहर्त से लेकर सांय 4 बजे तक नाग पंचमी की पूजा की जा सकती है।
क्या है नाग पंचमी की सरल (लौकिक),शास्त्रोक्त और स्थानीय पूजन विधि ?
पंडित रमेश तिवारी के अनुसार सरल विधि से पूजन में शिव मंदिर में जाकर भगवान् शिव का ध्यान करें।
नौ नागों के मंत्र जाप करते हुए उनके नाम से नागराज पर दूध चढ़ायें।
पंचोपचार (गंध,अक्षत,पुष्प,धुप,दीपक) और प्रसाद या दशोपचार से पूजन करें।
स्थानीय विधि में कईं लोग बांबी पूजन करते हैं।
इस विधि में भगवान शिव का ध्यान करें।
इसके बाद नागों का आह्वान करते हुये दूध अर्पित करें।
केवल नाग ही नही नाग पत्नी (नागिन) का भी ध्यान करें।
शास्त्रोक्त विधि से पूजन में नौ नागों का यंत्र बनाकर,नौ कलश की स्थापना करें।
नौ नागों की प्रतिमा प्रतिष्ठित कर पूजन की जाती है।
यह पूजन विधि किसी योग्य पंडित के द्वारा ही संपन्न की जाती है।