NationalPoliticsUttarakhand

डॉक्टर निशंक को नीदरलैंड में मिला अंतर्राष्ट्रीय सम्मान, कोरोना योद्धाओं को किया समर्पित

वेब पत्रकारिता के विश्वसनीय नाम
“यूके तेज” से जुड़ें,
वाट्सएप्प करें 8077062107

नई दिल्ली : महर्षि संस्थान (वर्ल्ड् वाइड ) एवं विश्व के महर्षि विश्वविद्यालयों की ओर से भारत के शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को प्रतिष्ठित सम्मान “अंतरराष्ट्रीय अजेय स्वर्ण पदक” को चयनित किया गया है।
 

सम्मान की घोषणा दो दिवसीय वर्चुअल अधिवेशन में की गयी जिसमे एक सौ दस देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

इस आशय की घोषणा करते हुए महर्षि संस्थाओं के वैश्विक अध्यक्ष डॉ टोनी नाडर ने कहा है कि डॉ निशंक ने अपने उत्कृष्ट लेखन एवं अपने सामाजिक और राजनैतिक दायित्वों द्वारा वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है।

डॉ निशंक को यह प्रतिष्ठित सम्मान इस वर्ष गुरुपूर्णिमा के अवसर पर प्रदान किया जायेगा।

डॉ नाडर ने आगे बताया कि डॉ निशंक ने नई भारतीय शिक्षा नीति के माध्यम से भी सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों की स्थापना की दिशा में अद्वितीय कार्य किया है।

डॉ निशंक ने अपने भाषण में इस विशिष्ट सम्मान के लिए आभार प्रकट करते हुए इसे उन सभी कोरोना योद्धाओं को समर्पित कर दिया जो अपनी जान हथेली पर रख कर कोविड संक्रमितों की जान बचाने में लगे हैं।

डॉ निशंक ने कहा कि उन्हें इस बात की अत्यंत प्रसन्नता है कि उनके लेखन,सामाजिक और सार्वजनिक जीवन में मानवीय मूल्यों की स्थापना हेतु उनके प्रयासों को सराहा गया है।

पने भावनात्मक उदबोधन में डॉ निशंक ने कहा कि वे अभी-अभी कोविड संक्रमण से बाहर निकले हैं।उन्होंने इस पीड़ा को महसूस करते हुए अत्यंत नजदीकी से हमारे डॉक्टर ,नर्सों,स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण ,संघर्ष, कर्तव्यपरायणता ,सेवाभाव को देखा है।

दूसरों की जान बचाने की मुहीम में वे अपने प्राणो को संकट में डालते हैं ।उन्होंने कहा अपने कोरोना योद्धाओं के बल पर हम अवश्य विजयी होंगे

डॉ निशंक ने कहा कि भारतीय चिंतन धारा के अनुरूप सभी शास्त्रों के मूल आधार एवं मार्ग दर्शक वेद ,उपनिषद,पुराण एवं स्मृतियाँ हैं।हमारी अजर अमर भारतीय संस्कृति हमे

एकता,समरसता,सहयोग,भाईचारा,सत्य,अहिंसा, त्याग, विनम्रता, समानता आदि जैसे मूल्य जीवन में अपनाकर की भावना से आगे बदने के लिए प्रेरित करती है।

वर्तमान चुन्नौतियों के विषय में डॉ निशंक ने कहा कि मनुष्य तन-मन की व्याधियों से जूझ रहा है।

ऐसे में हमारा शाश्वत ज्ञान, हमारी परम्पराएं ,हमारे विचार एवं संस्कार ही बचाव का रास्ता है।

विचार से ही हम बड़ी से बड़ी लड़ाई जीत सकते हैं और आज भी इन्ही विचारों से हम अपनी चुन्नौतियों पर विजय हासिल करेंगे।

उन्होंने सभी से अपील की कि हम सभी एकजुट होकर कोविड संक्रमण का मुक़ाबला करें और अपनी पूरी सामर्थ्य अनुसार एक दूसरे की मदद को आगे आएं

हर्ष व्यक्त करने वालों में सांसद प्रतिनिधि रविन्द्र बेलवाल, विपिन कोठारी ,रोहित बडोला , मयूर गैरोला,अनूप नेगी,गणेश थपलियाल,अनिल पंवार,राम लाल कोठारी,मुकेश बिष्ट,महावीर पंवार,अनूप सजवाण ,कलम सिंह गुनसोला,डॉ विजेंद्र चमोली आदि ।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!