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उत्तराखंड में जल दुर्घटना या आपदा में मिलेगी ‘तुरंत रिस्पांस’,8 स्थानों पर हुई तैनाती

उत्तराखंड में देवदूत बनकर सैंकड़ों जान बचाने वाली राज्य आपदा प्रतिवादन बल की जल टुकड़ी की क्षमता बढ़ गयी है. प्रशिक्षण के बाद जवानों को नयी तैनाती दी गयी है.

> फ्लड रिलीफ फाॅर्स की बढ़ायी गयी क्षमता

> एक्सपर्ट टीम ने किये सैंकड़ों रेस्क्यू ऑपरेशन

>नयी टुकड़ी को दी बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग

> आधुनिक उपकरणों के साथ 8 स्थानों पर तैनात

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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’

देहरादून :

डीजीपी अशोक कुमार ने लिया निर्णय

विगत वर्षों में जलीय आपदा और दुर्घटनाओं की अप्रत्याशित रूप से बढ़ती संख्या के दृष्टिगत व उत्तराखण्ड में माह अक्टूबर में आई आपदा के उपरान्त पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड अशोक कुमार द्वारा SDRF

में पूर्व से गठित फ्लड रिलीफ टीम की कार्यक्षमता को बढ़ाने हेतु पुलिस की ही अन्य इकाईयों से कुशल कर्मियों को चयनित कर दूसरी फ्लड रिलीफ कंपनी को गठित करने का निर्णय लिया गया था.

किये सैंकड़ों सफल रेस्क्यू ऑपरेशन

जलीय आपदा में प्रतिवादन करने हेतु वर्तमान में एसडीआरएफ की एक विशेषज्ञ फ्लड रिलीफ टीम द्वारा गंगा, यमुना, काली नदी, टौंस, टिहरी झील सहित अनेक स्थानीय नदियों में सैंकड़ों रेस्क्यू ऑपरेशनस किये गए है.

दिया गया बेसिक और एडवांस प्रशिक्षण

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के दिशानिर्देशन व मणिकांत मिश्रा, सेनानायक SDRF के पर्यवेक्षण में दिनाँक 03 मार्च 2022 से फ्लड कंपनी हेतु चयनित 30 अभ्यर्थियों को वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में

42 दिवसीय बेसिक फर्स्ट रेस्पांडर कोर्स के साथ-साथ एडवांस राफ्टिंग कोर्स, लाइफ सेविंग कोर्स, मोटर बोट हैंडलिंग प्रशिक्षण व डीप डाइविंग प्रशिक्षण कराया गया.

उत्तराखंड के 8 स्थानों पर किया तैनात

42 दिवसीय प्रशिक्षण के उपरांत प्रशिक्षित जवान SDRF की फ्लड कंपनी में सम्मिलित हो गए है.

जलीय आपदा/दुर्घटना संभावित व संवेदनशीलता के आधार राज्य भर के 08 स्थानों ढालवाला, कोटि कॉलोनी, डाकपत्थर, लक्सर, चिन्यालीसौड़, नैनीताल, 31 बटालियन PAC, रुद्रपुर व टनकपुर में

SDRF फ्लड कंपनी की टीमों को आधुनिक उपकरणों के साथ व्यवस्थापित किया गया है.

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